ऑल इंडिया माइनॉरिटी सोशल वेलफेयर फ्रंट के आह्वान पर ईदगाह मैदान में जुटे मुसलमान
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
ऑल इंडिया माइनॉरिटी सोशल वेलफेयर फ्रंट द्वारा ईदगाह मैदान में हम पर जुल्म कब तक पार्ट-3 नामक सभा का आयोजन किया गया। इसमें वक्फ बोर्ड अधिनियम में संशोधन पर रोक लगाने की मांग की गई। नबी की शान में गुस्ताख़ी करने वालो को जल्द गिरफ्तार करने के लिए भी आवाज उठाई गई। विधानसभा चुनाव की डुगडुगी बजने के ठीक पहले हुई सभा इतनी ज्यादा भीड़ उमड़ी कि हर राजनीतिक दल को अपने अपने सियासी नफा नुकसान को तौलते हुए सोचने के लिए जरूर मजबूर होना पड़ेगा।
सभा में आये हजारों लोगों के बीच वक्ताओं ने कहा कि पैगंबर इस्लाम की शान में गुस्ताखी करने वाले को देश के कानून के अनुसार गिरफ्तार किया जाना चाहिए। देश में ऐसा ठोस कानून बने जिसके भय से किसी भी धर्म के खिलाफ कोई भी व्यक्ति टिप्पणी ना करें। ऐसी कोई बात नहीं बोलनी चाहिए जिससे किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचे।
मौलाना शमशाद कादरी ने कहा कि आज इस देश में मुस्लिम धर्म मानने वाले को लगातार मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है। एक के बाद एक मामले लाकर उलझाया जा रहा है। अब हम खामोश नहीं रहने वाले है। अब मुसलमान जाग चुके हैं। भारत देश में दूसरी सबसे बड़ी आबादी मुसलमान की है। जितना अधिकार संविधान में दूसरे धर्म को दिया है, उतना ही अधिकार हमें भी मिलना चाहिए। सभा में केंद्रीय महासचिव बाबर खान ने कहा कि हमें ऐसे लोगों से मुकाबला करना होगा जो देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा बने हुए हैं। उससे अब दो-दो हाथ करने के लिए हम तैयार हैं। देश के संविधान को बचाना है। आपसी भाईचारा को बचाना है। इसके लिए जो भी कुर्बानी देनी पड़े, हम तैयार हैं।
इसमें शास्त्री नगर मस्जिद के इमाम मौलाना इरफान साहब, बड़ी मस्जिद के इमाम हारो रशीद साहब, मदीना मस्जिद के इमाम अब्दुल मलिक साहब, मौलाना इंतखाब साहब, फखरुद्दीन अंसारी, आफताब खान, सरफराज हुसैन, फारूक कुरैशी, मतलुब अनवर खान, मोहम्मद अफरोज, इरफान खान, फयाज खान, मोहम्मद इमरान खान, मोहम्मद सोहेल, नासिर खान ने अपने विचार रखे। सबने कहा कि यह संघर्ष सड़क से सदन तक है। रांची से दिल्ली तक मार्च निकालने को तैयार रहना होगा। केंद्र सरकार से कहना होगा कि मोहम्मद साहब को अपमानित करने वाले की तुरंत गिरफ्तारी सुनिश्चित करे। जेल में बंद बेगुनाह मुसलमानों को रिहाई होनी चाहिए। सभा के समापन की घोषणा सरफराज हुसैन ने की।