- सिंहभूम चैंबर ने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री, राज्यपाल को भेजा त्राहिमाम संदेश
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा पुनः झारखंड में आलू भेजने पर रोक लगाने से पूरे जमशेदपुर में आलू की किल्लत हो गई है और आलू के दाम आसमान छू रहे हैं. इसके पूर्व भी 2023 के जुलाई माह में पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा आलू की आवक पर रोक लगा दी गई थी. पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा बार-बार हठधर्मिता दिखाते हुए इस तरह के निर्णय लेना असंसदीय एवं अनैतिक है. यह देश के संघीय ढांचे पर प्रहार है. इससे आम उपभोक्ता के साथ-साथ व्यापारी भी परेशान हैं. इस समस्या से आम जनता एवं व्यापारियों को निजात दिलाने के लिए सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के उपाध्यक्ष (ट्रेड एंड कॉमर्स) अनिल मोदी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र के माध्यम से त्राहिमाम संदेश भेजा है.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : लॉयर्स डिफेंस देश रत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के जन्म दिवस पर कार्यक्रम करेगा आयोजित
उन्होंने पत्र में लिखा है कि आम आदमी की थाली का व्यंजन आलू अब खास हो गया है. आम जनता त्राहिमाम कर रही है. जमशेदपुर में तकरीबन रोज 150 टन आलू बंगाल से आता है. जो कि अब नहीं आ रहा है. इससे खुदरा बाजार में 20 रू में मिलने वाला आलू अब 35 से 40 रु में मिल रहा है. इससे न सिर्फ सैकड़ों व्यापारी प्रभावित हो रहें है अपितु आम आदमी भी परेशान हैं. पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय अव्यवहारिक एवं असंवेदनशील है. उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि झारखंड सरकार को इस गंभीर विषय पर त्वरित संज्ञान लेते हुए पश्चिम बंगाल सरकार से वार्ता कर इसका समाधान निकालना चाहिए ताकि अंतरराज्यीय समरसता के साथ-साथ आपसी संबंध भी कायम रहे एवं दोनों राज्यों के व्यवसायिक एवं नागरिक हितों का नुकसान न हो. उन्होंने कहा की आपसे विनम्र आग्रह है कि स्थिति की गंभीरता को समझते हुए अविलंब पश्चिम बंगाल सरकार से संपर्क स्थापित कर वार्ता कर इस समस्या का समाधान किया जाए ताकि जमशेदपुर की आम जनता की थाली का बजट ना बिगड़े एवं आलू व्यापारियों का व्यापार भी प्रभावित न हो.