धार्मिक कार्यक्रम में खलल पैदा करना ओछी मानसिकता को दर्शाता है: विकास सिंह
जमशेदपुर।
बाबा बैद्यनाथ सेवा संघ के द्वारा आयोजित निशुल्क कांवर यात्रा में शामिल हो रहे कदमा के शिव भक्तों ने कदमा थाना में प्रदर्शन कर कदमा में लगे हार्डिंग्स खोलने का विरोध प्रकट किया. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे बाबा बैद्यनाथ सेवा संघ के संस्थापक सदस्य विकास सिंह ने कहा कि संघ के प्रचार प्रसार के साथ-साथ यात्रा में शामिल हो रहे शिव भक्तों एवं उनके परिवार के लोगों के साथ कांवर यात्रा के समय से संपर्क बनाए रखने के उद्देश्य से कदमा बाजार एवं रामनगर चौक के समीप बाबा बैद्यनाथ सेवा संघ का पेड होर्डिंग्स लगाया गया था.
होर्डिंग्स के माध्यम से शिव भक्तों को कांवर यात्रा संबंधित सारी जानकारी आसानी से उपलब्ध हो. इसके लिए चौक चौराहे में हार्डिंग्स लगाए गए हैं. कदमा के शिवभक्त उस समय ज्यादा आक्रोशित हो गए जब उन्हें पता चला कि संघ के द्वारा लगाया गया सोनारी, धातकीडीह , साकची और मानगो का हार्डिंग्स पूरी तरह सुरक्षित है, केवल कदमा का हार्डिंग्स असामाजिक तत्वों के द्वारा खोल दिया गया है. आक्रोशित हुए शिव भक्तों ने थाने में प्रदर्शन कर हार्डिंग्स खोलने वाले पर उचित करवाई करने की बात कही.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संघ के संस्थापक विकास सिंह ने कहा हार्डिंग्स में महादेव शंकर भगवान की तस्वीर लगी हुई थी. शंकर भगवान की तस्वीर के साथ कोई छेड़छाड़ कर गलत उपयोग ना कर दे, जिससे धार्मिक भावना को ठेस आम लोगों के बीच पहुंचे. इसी उद्देश्य से थाने में इसकी लिखित शिकायत की गई है. विकास सिंह ने कहा धार्मिक कार्यक्रम में बाधा उत्पन्न करना ओछी मानसिकता को दर्शाता है.
प्रदर्शन करने के बाद प्रतिनिधिमंडल ने कदमा थाना में इसकी लिखित शिकायत दी. थाने में मौजूद थानेदार ने मामले का संज्ञान लेते हुए कहा कि जो भी ऐसी ओछी हरकत किया होगा. उसे बख्शा नहीं जाएगा. उचित कार्रवाई करने का भरोसा प्रशासन के द्वारा दिया गया.
प्रदर्शन में ये थे शामिल
कदमा थाने में प्रदर्शन कर रहे लोगों में मुख्य रूप से विकास सिंह, अरविंद महतो, रविशंकर प्रसाद, विनोद सिंह, भीम सिंह, रजनी, रतन देवी, शोभा गुप्ता, उषा देवी, मीना गुप्ता, रजनी महतो,
शकुतला देवी, मीना साव, पुष्पा कालिंदी, अजय लोहार, नीना मछुआ, ममता कर्मकार, रिंकी होरो, सीता भट्टाचार्य, मनोज ओझा, सविता घोष, रेखा देवी, सरोज देवी, आशा देवी, प्रियंका शर्मा, सन्तोष सिंह, राम सिंह कुशवाहा मुख्य रूप से मौजूद थे.