फतेह लाइव, रिपोर्टर.












अयोध्या राम मंदिर विधवंश को देखने वाले और कार सेवक के रूप में कार्य करने वाले लौहनगरी के कद्दावर नेता शशि मिश्रा को बजरंग सेवा संस्थान ने सोमवार को सम्मानित किया। संस्था के पदाधिकारी पूरी गर्मजोशी के साथ मिश्रा के आवास पहुंचे और अंग वस्त्र प्रदान किया। इस दौरान जय श्रीराम का उद्घोष भी लगाये गए। दिसंबर 1992 के वक्त को याद करते हुए शशि मिश्रा ने अपने विचारों से संस्थान के प्रतिनिधियों को प्रभावित किया।
शशि मिश्रा भले ही आज भाजपा से जुड़े हों, लेकिन उनकी पहचान एक जोशीले वक्ता के रूप में उस समय से है, जब वह शिव सेना और बजरंग दल से जुड़े थे। उन्होंने 42 साल पहले अयोध्या के उस दृश्य का जिक्र करते हुए कहा कि आदमी आंदोलन करता है और वह साकार भी होता है। इस वक्त राम मंदिर के लिए कई जानें गई। हमने भी कार सेवा में भाग लिया, जिसका नतीजा है कि आज मंदिर पांच सौ साल बाद मिल रहा है। प्रभु श्री राम गर्भ गृह में प्रवेश करेंगे। यह हिंदुत्व की बहुत बड़ी जीत है। अगामी 22 जनवरी को उन्होंने दीवाली के रूप में मनाने की अपील शहर वासियों से की।
बजरंग सेवा संस्थान जमशेदपुर के संस्थापक सागर तिवारी, जिला अध्यक्ष धर्मवीर महतो की पूरी टीम का उन्होंने आभार भी जताया। इस मौक़े पर प्रदीप सिंह, रामेश्वर चौधरी, राकेश चौरसिया, नीतिश पांडे, सूरज सिंह, आरबी राय आदि शामिल थे।