फतेह लाइव, रिपोर्टर
सरायकेला-खरसावां जिले के पटमदा क्षेत्र में बाघ के पंजे के निशान और उसकी दहाड़ की आवाज ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है. यह बाघ, जो पहले पश्चिम बंगाल और बूढ़ाबूढ़ी पहाड़ क्षेत्र में कई दिनों तक देखा गया था, अब पटमदा के गोबरघुसी पंचायत के कुकड़ू और अपो गांव में देखा गया. बाघ के पंजे के निशान देखने के बाद, और उसकी दहाड़ सुनने के बाद ग्रामीणों में डर का माहौल बन गया. इस क्षेत्र में जंगल में लकड़ी लाने और खरगोश का शिकार करने जाने वाले ग्रामीण सबसे अधिक भयभीत हैं. बाघ को नजदीक से देखने वाले वृकोदर सबर और अजीत सिंह ने पहले ग्रामीणों को चेतावनी दी और फिर वन विभाग को इस बारे में सूचित किया. ग्रामीणों ने बाघ के पंजे के निशान देखकर सभी को सतर्क रहने की सलाह दी.
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सूचना मिलने पर पलामू जोन से बाघ को पकड़ने के लिए एक स्पेशल टीम भेजी गई, जिसमें वन विभाग के स्थानीय कर्मचारियों ने भी भाग लिया. टीम ने मौके पर जाकर बाघ के पंजे के निशान की जांच की और पुष्टि की कि इस क्षेत्र में बाघ मौजूद है. इसके बाद, वन विभाग ने कई जगहों पर कैमरे लगाए हैं और उन्होंने ग्रामीणों से जंगल में न जाने और रात के समय बाहर न निकलने की अपील की. इस घटना ने क्षेत्र में कई सवाल खड़े कर दिए हैं. वन विभाग और स्थानीय प्रशासन इस संकट से निपटने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बाघ के आतंक के बीच ग्रामीणों में डर और चिंता का माहौल बना हुआ है.