फतेह लाइव, रिपोर्टर.

भाजमो ने विधायक सरयू राय के खिलाफ ओछा एवं स्तरहीन वक्तव्य देने के लिए भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही पर हमला बोला है और कहा है कि भानु प्रताप शाही स्वास्थ्य घोटाला में जेल जा चुके हैं और सीबीआई से बचने के लिए भाजपा की शरण में बैठे हैं. मधु कोड़ा राज में स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए अब तक का सबसे बड़ा दवा घोटाला का रिकार्ड भानु प्रताप शाही के नाम है. इस घोटाला में इन्होंने लंबी जेल यात्रा की है. सजा से बचने के लिए वे 2019 में वे भाजपा के वाशिंग मशीन में घुस गए और रघुवर ब्रिगेड के सिपाही बन गए.

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भाजमो के जमशेदपुर महानगर जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने आज यहाँ जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा है कि श्री शाही पलामू के नामी नक्सली गिरोह के सरग़ना रहे हैं. नक्सलवाद की प्रयोगशाला से राजनीति में कदम रखने वाले भानु प्रताप शाही ने सीबीआई से अपनी चमड़ी बचाने के लिए भगवा चोला धारण कर लिया है और गढ़वा-नगर ऊटारी में भाजपा के पुराने समर्पित कार्यकर्ताओं को संगठन से भगाकर नक्सलियों और उग्रवादियों को भाजपा संगठन पर हावी करा दिया है.

उन्होंने कहा है कि मधु कोड़ा लूट राज में श्री शाही ने जो बड़ा दवा घोटाला किया। उस सिलसिला को वर्तमान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री आगे बढ़ा रहे हैं और भाजपा का प्रदेश नेतृत्व तथा जमशेदपुर भाजपा के नेता इसपर चुप्पी साधे रहते हैं. शाही और रघुवरवादी नेताओं को याद रखना चाहिए कि गत लोकसभा चुनाव में विधायक सरयू राय तटस्थ रहे थे. जितना वोट की बढ़त गत लोकसभा चुनाव मे जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को है उतना ही अंतर 2019 के लोकसभा चुनाव में था, पर उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री को बुरी तरह हारना पड़ा. ऐसा ही इस बार के 2024 विधानसभा चुनाव में होगा. अभी तक तो भाजपा को कोई उम्मीदवार ही नहीं मिल रहा है जो जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से विधायक सरयू राय के खिलाफ चुनाव लड़े.

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