कृतिवास मंडल ने राष्ट्रपति कार्यालय से की थी जांच कर कार्रवाई करने की मांग
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
झारखंड में सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 के प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच का आदेश हो गया है. कैबिनेट सचिवालय सतर्कता विभाग की संयुक्त सचिव नीलम लता को जांच अधिकारी बनाया गया है. राष्ट्रपति कार्यालय ने इस मामले पर संज्ञान लिया है.
आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केन्द्रीय महासचिव सह आजसू पार्टी के पूर्वी सिंहभूम जिला सचिव कृतिवास मंडल ने जे.बी. सुब्रमण्यम उप सचिव राष्ट्रपति कार्यालय भारत सरकार नई दिल्ली से शिकायत की थी, कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से झारखंड राज्य में सामान्य स्नातक योग्यता धारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 दिनांक 28 जनवरी 2024 को अभ्यार्थियों के लिए आयोजित की गयी थी, लेकिन झारखंड कर्मचारी चयन आयोग और परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी की मिली भगत से परीक्षा के पहले दिन ही बड़ी सुनियोजित तरीके से हिंदी & अंग्रेजी, क्षेत्रीय भाषा, समान्य ज्ञान की विषय के प्रशन पत्र लीक कर दिया गया है.
मंडल ने ये भी कहा था कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष एवं परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी के बिना एक पत्ता भी हिल नहीं सकता है, क्योंकि प्रशन पत्र परीक्षा केंद्रो में पहुंचाने कि जिम्मेवारी पूरी ईमानदारी के साथ झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष, कर्मचारियों और परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी की रहती है. इसके बावजूद भी जानबूझ कर सुनियोजित तरीके से प्रश्न पत्र लिक होना झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष कर्मचारियों और परीक्षा आयोजित करने वाले एजेंसी के पदाधिकारियों की मिलीभगत को दर्शाता है और छात्रों के भविष्य के साथ बहुत बड़ी खिलवाड़ किया गया है. झारखंड सरकार द्वारा आयोजित समान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 भ्रष्टाचार के दायरे में पूरी तरह अब खुलकर आ गई है.
मंडल ने जे.बी. सुब्रमण्यम उप सचिव राष्ट्रपति कार्यालय से अनुरोध किया था अविलंब उपरोक्त मामले कि जांच सीबीआई से किया जाय, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.
उपरोक्त मामले कि शिकायत को राष्ट्रपति कार्यालय के द्वारा नीलम लता, संयुक्त सचिव कैबिनेट सचिवालय सतर्कता विभाग को जांच करने हेतु दिया गया है.