विपक्ष में अब सब कुछ चल रहा हवा हवाई, लेकिन चुनाव हुआ तो वोटर कब कहां बदलेंगे यह भी कड़वा सत्य
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
कोल्हान के सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह ने रविवार 7 दिसंबर को एक आमसभा बुलाई है. इसमें सभी प्रधान आमंत्रित है. हालांकि किसी को लिखित जानकारी नहीं मिली है. एक ग्रुप से प्राप्त मैसेज से उन्हें यह जानकारी मिली है. चुनाव का मुख्य एजेंडा आगामी दसवीं पातशाही का पर्व नहीं है. यह है कि ये आमसभा आगामी चुनाव की प्रक्रिया और लेखा जोखा प्रस्तुत करना है, क्यूंकि अब उनके कार्यकाल के तीन साल हो गए हैं.
हालांकि इस आमसभा के बुलावे की चर्चा जोर शोर से सिख समाज में हो रही है. पिछले दर्जनों से अधिक दशकों में सीजीपीसी में कई प्रधान आये और गए. सरदार शैलेन्द्र सिंह के प्रधान बनने के बाद सीजीपीसी राजनीति अन्य समुदाय में चर्चा का विषय बन गई है. यह कहना भी गलत नहीं होगा? फिलवक्त मौजूदा प्रधान भगवान सिंह के कार्यकाल को देखते हुए चुनावी एजेंडा को प्रमुखता से रखा गया है. उनका कार्यकाल चर्चा का विषय रहा. 11 जनवरी को उन्होंने चुनाव जीता था. उस वक्त के हालात कुछ और थे. कई सराहनीय कार्य हुए हैं. तत्कालीन प्रधान इंद्रजीत सिंह के स्तम्भ को उन्होंने ऊंचाई देने का काम किया.
अब यह कहना भी गलत नहीं होगा कि इस वक्त यहां कोई विपक्ष नहीं है. सिखों के चाणक्य कहे जाने वाले शैलेन्द्र सिंह ने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. पिछले दिनों से कई गुरुद्वारों में यह एलान हो रहा है कि भगवान सिंह अगले प्रधान होने वाले हैं. यह कहना गलत नहीं होगा. रविवार की आमसभा यहां एक औपचारिकता बैठक होगी. सरदार शैलेन्द्र सिंह ने दावा किया है कि पूरी गुरुद्वारा कमेटियों का समर्थन उनके साथ है. भगवान सिंह को भी फोन नहीं उठाने पर फतेह लाइव ने व्हाट्सअप पर प्रश्न पूछा, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया.
इधर, विपक्ष के युवा नाराज भी चल रहे हैं. उनकी अगुवाई करने वाला फिलहाल कोई नहीं दिख रहा है. भगवान सिंह के कार्यकाल में हुए कार्यों से उनके प्रधान बनने की प्रबल संभावना रविवार को दिख रही है. खैर, यह सुबह 10.30 बजे से शुरू होने वाली बैठक में पता चलेगा. अगर सबकुछ ठीकठाक रहा तो अगले तीन साल के लिए भगवान सिंह के प्रधान चुने जाने की प्रबल संभावना दिख रही है.
मौजूदा समय साकची गुरुद्वारा की कमान संभाल रहे प्रधान निशान सिंह को भी बैठक की जानकारी नहीं है. उनसे बातचीत करने पर पता चला कि वह सीजीपीसी ग्रुप से रिमूव कर दिए गए हैं. उन्हें इस बैठक की कोई जानकारी नहीं है.


