सिख धार्मिक भावनाओं के सम्मान में की गई अनुशंसा स्वागत योग्य: भगवान सिंह
जमशेदपुर।
दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने विश्वविद्यालिय सामान्य प्रवेश परीक्षा (सियूईटी) के नाम एक अनुशंसा पत्र लिख कर सिख छात्र-छात्राओं को कड़ा व कृपाण धारण कर प्रवेश परीक्षा में शामिल होने देने की सिफारिश की है. इस अनुशंसा पत्र का जमशेदपुर के सिख छात्र-छात्राओं में हर्ष का माहौल है. वहीं मंगलवार को सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) के प्रधान सरदार भगवान सिंह ने इसे स्वागत योग्य करार दिया है.
भगवान सिंह का कहना है कि प्रवेश परीक्षा के लिए की गई यह सिफारिश सिख धार्मिक भावनाओं का सम्मान है और इससे सिख छात्रों का मनोबल और बढ़ेगा. यह सिख धर्म का मान बढ़ाने वाली अनुशंसा है. उन्होंने कहा सीजीपीसी सहित पूरे जमशेदपुर का सिख समुदाय इस अनुशंसा का इस्तकबाल करता है.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने विश्वविद्यालयीन सामान्य प्रवेश परीक्षा के महानिदेशक के नाम के पत्र लिखा है, जिसमें जिक्र किया गया है की प्रवेश परीक्षा के दौरान सिख छात्रों को कड़ा और कृपाण के साथ शामिल होने की अनुमानित दी जाये. इस पत्र में भारतीय संविधान के अनुच्छेद २५ का भी जिक्र किया गया है, जिसके अनुसार सिख अपनी धार्मिक भावनाओं के तहत कड़ा और कृपाण धारण कर सकता है, क्योंकि यह सिख धर्म का अभिन्न भाग है.