फतेह लाइव, रिपोर्टर.
एक समाज के चुनाव को लेकर पलटूराम चरवहा इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. अपने दो सामाजिक मित्रों के पेल खेल में वह किधर का रुख करेगा. इसकी चर्चा जोरों पर हो रही है.
पलटूराम चरवहा के गीजो और मीरो दो प्रेमी हैं. उसे खुद समझ नहीं आ रहा कि वह किसका पकड़े हाथ. गीजो के चक्कर में उसने दूसरे राज्य घूमकर फोटो खिंचवाई. ऐसी हवा बनाई कि उससे ऐसे वादे किये कि पलटूराम के वह मुरीद हो गए, लेकिन पिछले दिनी ही एक सार्वजनिक जगह मीडिया के सामने कुछ हरकतों को लेकर पलटूराम नाम से मशहूर हो गया.
वहीं, मीरो के संबंध का भी क्या कहना. पूरा जगत इसकी दुहाई देता है. अब गीजो-मीरो के बीच एक संटू दादा भी फंसे हुए हैं. दादा को भरोसा है कि पलटूराम गीजो के चलते उनके पाले में पक्का हैं. लेकिन पलटूराम तो रहा पलटूराम.
वह दादा का होगा या मीरो के आका का. यह कुछ ही दिनों में पता चल जायेगा. पलटूराम का नाम नहीं लिया जा रहा है क्यूंकि उसको उसके नाम से नफरत है. खैर, बाजार में चर्चा है कि पलटूराम की इस पूरे प्रकरण में मटिया पलित होना तय है. ‘धोबी का कुत्ता ना घर का ना घाट का’ वाली कहावत चरितार्थ होनी वाली है. पलटूराम की कहानी अगले अंक में जारी रहेगी.