जमशेदपुर।
मोदी सरनेम से जुड़े मानहानि मामले पर शुक्रवार को गुजरात हाईकोर्ट ने राहुल गांधी की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी. गुजरात हाईकोर्ट का कहना है कि ट्रायल कोर्ट का राहुल गांधी को दोषी ठहराने का आदेश सही है. इस आदेश में हस्तक्षेप करने की कोई जरूरत नहीं है.
गुजरात हाई कोर्ट के इस फैसले से असहमत एवं नाराज पूर्वी सिंहभूम के कांग्रेसियों ने कार्यकारी नगर अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोनकर के निर्देशानुसार जिला सचिव रईस रिजवी छब्बन के नेतृत्व में केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बिष्टुपुर में आक्रोश जुलुस निकाला.
मीडिया से बात करते हुये नगर अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोनकर ने कहा कि अदालत का फैसला, उसके समक्ष पेश किये गये साक्ष्यों के आधार पर होता है और सही साक्ष्य एवं तथ्यों को निष्पक्ष तरीके से रखना सरकारी तंत्र की जिम्मेदारी होती है.
केंद्र एवं गुजरात में बैठी भाजपा सरकार ने सरकारी संस्थानों का दुरूपयोग कर देश की आम जनता के साथ-साथ अदालत को भी गुमराह करने का काम किया है. केंद्र की मोदी सरकार वास्तव में हमारे नेता राहुल गांधी की भारत यात्रा एवं देश में मोहब्बत की दुकान खोलने की मुहीम से डरी हुई है.
कांग्रेस के जिला-उपाध्यक्ष बबलू झा ने आगे कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की जानकारी और सरपरस्ती में नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चौकसी एवं विजय माल्या सरीखे कई अन्य भगोड़े, देश की करोड़ों-करोड़ आम जनता के मेहनत के पैसों का गबन कर विदेश भाग गयें. राहुल गांधी का वह बयान वस्तुतः उन भगोड़ों के खिलाफ आम जनता की भावनाओं की अभिव्यक्ति मात्र था.
कांग्रेस के जिला सचिव रईस रिजवी छब्बन ने बताया कि “हम यह स्पष्ट कर देना चाहतें हैं कि सरकार की इन दमनकारी कुटिल चालों से न तो हमारे नेता डरें हैं और न हम डरेंगें, बल्कि आने वाले राज्य चुनावों एवं 2024 के आम चुनावों में इस फासिस्ट पार्टी को सरकार से उखाड़ फेंकने का काम करेंगे.
इस आक्रोश रैली में भारत यात्री जेबा खान के अलावा जिला उपाध्यक्ष बबलू झा, जिला सचिव जनाब रिजवी, अभिजीत सिंह, अफसर चिंटू, राजा सिंह राजपूत, सीनू रेडी, हरे कृष्णा लोहार, मनीष मार्डी, गोविंद बगधल, गुलाब गद्दी, अनिता कुमारी, मीनू कुमारी, पूजा डे, गौतम रविदास, प्रिंस मोहसीन, सोहन शर्मा, पीयूष अग्रवाल, पवन सिंह, अमित दुबे, अख्तर हुसैन, सिकंदर खान, गुलाम अली, शाजादा सलीम आसान, जावेद जमाल, इरफान अहमद एवं अन्य सैकड़ों कार्यकर्ता मौके पर मौजूद थे.