घाघीडीह जेल के पीछे से लेकर स्टेशन एरिये में मचा रखा था आतंक, जब मार्च में हत्या की उड़ी थी अफवाह !
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में परसुडीह थाना क्षेत्र का कीताडीह इलाका मंगलवार को गोलियों की आवाज से गूंज उठा. जिस रवि यादव पर उसके घर के पास (40-50) फिट की दूरी में गोलियां चली. उसके बारे इलाके के थाना प्रभारी अविनाश कुमार कुछ बताने को तैयार नहीं है कि उसकी क्या स्थिति है. एक थाना प्रभारी यह जानकारी जरूर देने के काबिल होता है कि घायल गंभीर है या खतरे से बाहर? उन्होंने बताया कि डॉक्टरों से बात नहीं हो पाई है. खैर थाना प्रभारी अभी नए हैं. इसलिए बागबेड़ा थाना में कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया और गुप्तचरों से पूछताछ जारी है.
रवि के ऊपर जहां गोलियां चली. वहां से 4 – 5 खोखे मिलने की बात पुलिस ने बताई है. जानकार सूत्रों के मुताबिक रवि को नौ गोलियां मारी गई. 6 गोलियां उसे लगी. पैर, हाथ और माथे में. घटनास्थल से लेकर अस्पताल तक रवि यादव होश में आया था. पुलिस को जो सीसीटीवी मिला है. अपराधियों की पहचान हो चुकी है. वहीं रवि खतरे से बाहर है.
सूत्रों के अनुसार रवि यादव के बारे में अब तक जो जानकारी प्राप्त हुई है. उसकी हत्या की अफवाह गत मार्च माह में भी उड़ी थी. टेल्को थाना क्षेत्र में? गणेश सिंह गिरोह से उसकी सांठ गांठ होने की भी बात सामने आई है? घाघीडीह जेल के पीछे से लेकर स्टेशन के लोग रवि यादव से आतंक खाये हुए थे. उससे जुड़े लोगों की दुकानें भी स्टेशन इलाके में बंद पाई गई.
परसुडीह पुलिस ने दावा किया है कि इस घटना को अंजाम देने वाले लोग पहचान में आ गए हैं. सूत्रों के अनुसार निहाल तिवारी (स्व. आरपीएफ के एक जवान का भतीजा) और समीर सिंह पांडु का नाम सामने आया है. खैर पुलिस की जांच हर पहलू तरफ जारी है कि रवि यादव को साकची थाना में भी क्यों हथियार चमकाने पर छूट मिल गई. बागबेड़ा और परसुडीह थाना में आतंक मचाने के बाद भी वह क्यों खुलेआम घूम रहा था? सब पहलुओं की जांच करने के बाद पुलिस सख़्ती बरतने की ओर काम कर रही है.