फतेह लाइव, रिपोर्टर.

मानवाअधिकार आयोग नई दिल्ली के द्वारा मानव अधिकारों के प्रति छात्रों को जागरूक करने के लिए डी.बी.एम.एस. कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन में एक इन्टरएक्टिव सत्र का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आरंभ गांधीजी का प्रिय भजन “वैष्णव जन ते प्रेम से कहिये ……” अमृता चौधरी द्वारा प्रस्तुत किया गया. मुख्य अतिथि पूर्व आई.ए.एस सह राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की विशेष रेपोटीयर सुचित्रा सिन्हा एवं संध्या रानी जिला नोडल अधिकारी को कॉलेज की सचिव श्रीप्रिया धर्मराजन एवं कॉलेज की प्राचार्या डॉ.जूही समर्पिता ने पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया.

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उच्च शिक्षा और तकनीकी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ.सुनील कुमार को गवर्निंग बॉडी के सेक्रेटरी सतीश सिंह ने पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया. स्वागत वक्तव्य डी.बी.एम.एस. कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन की प्राचार्या डॉ.जूही समर्पिता ने देते हुए कहा कि सामाजिक समरसता भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण अंश है. प्रत्येक मानव को समानता का अधिकार है. उनके इस अधिकार का हनन मानवता को चुनौती देना है “सर्व धर्म समभाव एवं सर्वे सन्तु सुखिनः” की भावना से ही राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग कार्य करता है.

इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व आई.ए.एस सह राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की सुचित्रा सिन्हा ने मानव अधिकार से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जन्म से मृत्यु तक मनुष्य के अलग अलग अधिकार हैं. उन्होंने बाल अपराधी, शिक्षा के अधिकार, महिलाओं के अधिकार, निजता का अधिकार, आम नागरिक के अधिकार आदि सभी अधिकारों से सम्बंधित जानकारी दी. जीरो एफ.आई.आर के विषय में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी लड़की के साथ किसी तरह का दुष्कर्म होता है तो वह कहीं से भी तीन महीने के अन्दर शिकायत दर्ज कर सकती है. इसके लिए दुर्घटना स्थल के थाने में जाना जरुरी नहीं है. उन्होंने “माय राइट माय माइट” से सबन्धित जानकारी दी और ज्यादा से ज्यादा छात्र छात्राओं को इससे जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया. जो छात्र स्वेच्छा से इस मुहिम से जुड़ना चाहे वे जुड़ कर राष्ट्रीय मानव अधिकार कमीशन को अधिकारों के उल्लंघन की सूचना दे सकते हैं, जिसपर कार्यवाई की जायगी.

उच्च शिक्षा विभाग के (तकनीकी) डिप्टी डायरेक्टर डॉ.सुनील कुमार ने कहा कि सभी को मानव अधिकार के बारे में जागरूक होना चाहिए और लोगों की बीच में जागरूकता फैलानी चाहिए. उन्होंने उदाहरण देकर छात्रों को मानव अधिकार के उल्लंघन की सुचना कैसे और कहाँ दी जाये यह बताया. उनके साथ आये संध्या रानी जिला नोडल अधिकारी, शुभम आनंद, रिया कुमारी एवं अनुष्का कुमारी ने भी मानव अधिकार से सम्बंधित पीपीटी दिखाए और वालंटियर बनने के लिए छात्रों को फॉर्म दिए.

कार्यक्रम का संचालन अंजली गणेशन ने किया. उनके द्वारा मुख्य अतिथियों का परिचय दिया गया. इस अवसर पर गवर्निंग बॉडी के सचिव सतीश सिंह तथा कॉलेज की सचिव श्रीप्रिया धर्मराजन, सह सचिव तमिलसेल्वी बालाकृष्णन एवं उप-प्राचार्या डॉ.मोनिका उप्पल उपस्थित रहीं. कंचन कुमारी सहायक प्रोफ़ेसर ने भी सड़क पर रहने वाले बच्चों के शिक्षा के अधिकार के विषय में मुख्य अतिथि से प्रश्न पूछे.

कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी शिक्षिकाएं, शिक्षकेत्तर कर्मचारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा सुदीप प्रमाणिक ने तकनीकी सहयोग दिया. बी.एड के सभी छात्र छात्राएं इस कार्यक्रम से लाभान्वित हुए. कुछ छात्रों ने मुख्य अतिथि से मानव अधिकार से सम्बंधित प्रश्न पूछे. निस्तला शैलजा, मणिमाला महतो, राना सूर्य मुख़र्जी तथा अनेक छात्रों ने वालंटियर बनने की इच्छा जताई. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन कॉलेज की सहायक प्रोफ़ेसर एवं ग्रीवांस रीड्रेसल सेल की प्रमुख गायत्री कुमारी ने किया. इस कार्यक्रम का यूट्यूब पर सीधा प्रसारण भी किया गया.

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