जमशेदपुर।
इंटरनेट की दुनिया में जहां भूगोलिक ज्ञान बढ़ता जा रहा है. ऐसे में जमशेदपुर के 4.5 वर्षीय रूद्र आडेसरा ने अपनी अद्भुत स्मरण शक्ति द्वारा 195 देशों को देखने और याद करने की क्षमता ने शहर को हैरान कर दिया है.
किसी भी देश का नाम और उसके पड़ोसी देशों का नाम पूछें, रूद्र बिना आंख झपकाए, आपको उसके नाम बिना किसी परेशानी के बता देगा. यदि आप प्रभावित नहीं हुए हैं, तो उससे देश की राजधानी पूछें या फिर उसके झंडे की पहचान कराये। वह आपको निराश नहीं करेगा.
डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल के केजी के छात्र रूद्र का भूगोल के प्रति आकर्षण पिछले साल शुरू हुआ. जब उसने विभिन्न देशों के नक्शे पर आधारित पज़्ज़ल के साथ घंटों खेलने का समय बिताना शुरू किया. उसके माता-पिता, कौशल और सोनाली आडेसरा ने जल्द ही उसकी इस असाधारण प्रतिभा की पहचान की और उसे इस विषय के प्रति उत्साहित करने के लिए ग्लोब और अन्य संसाधनों के साथ समर्थन देने का निर्णय लिया.
केवल 4 वर्ष के होने के बावजूद, रूद्र अब दुनिया के हर देश की राजधानी शहर और स्थान की पहचान कर सकता है. रूद्र शिक्षा के क्षेत्र में भी उतना ही उत्कृष्ट है. उसे हाल ही में डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल के वार्षिक पुरस्कार समारोह में सम्मानित किया गया.
उसकी प्रतिभा के बारे में बात करते हुए, उसकी मां सोनाली ने कहा, “मुझे याद है कि एक दिन हमने उसे एक दुनिया के नक्शे पर आधारित पज़्ज़ल ला कर दिया था और इसके साथ ही वह दुनिया के मान चित्र को समझने लगा. आज उसे 195 से भी अधिक देशों, उसके नक्शों और राजधानियों का नाम याद है. मुझे उम्मीद है कि रूद्र दूसरे बच्चों को भी भूगोल के बारे में सिखाने और उनके आस-पास की दुनिया और अधिक से जानने के लिए प्रेरित करेगा.
बकौल रजनी शेखर, प्रिंसिपल, डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल, “हर बच्चा विशेष होता है, लेकिन कुछ के पास ऐसी प्रतिभा होती है जो हमें विस्मय में छोड़ देते हैं. रुद्र अदेसरा एक ऐसे छात्र हैं, जिन्हें अविश्वसनीय प्रतिभा और स्मरण शक्ति परिचय दिया है. उन्हें देशों, राजधानियों के नाम और उनके झंडे की पहचान है जोकि प्रेरणादायक है. हालांकि, इससे भी अधिक प्रभावशाली बात यह है कि माता-पिता ने अपनी शिक्षा में कड़ी मेहनत, समर्पण और जुनून लगाया है. हम उनके उज्ज्वल भविष्य को देखने के लिए तत्पर हैं.”