जमशेदपुर।
जिला दंडाधिकारी-सह- उपायुक्त विजया जाधव ने डेंगू के प्रकोप से बचाव के लिए जिलेवासियों से सतर्क एवं सुरक्षित रहने की अपील की गयी है. डेंगू/चिकनगुनिया संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से होता है. तेज बुखार, जोड़ों एवं मांसपेशियों में दर्द को अनदेखा न करें, यह डेंगू/चिकनगुनिया हो सकता है। उक्त लक्षण दिखाई दें तो तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें.
अपने घर एवं आस पास मच्छरों के प्रजनन को रोकने हेतु आवश्यक उपाय करें.
क्या करें
• डेंगू/चिकनगुनिया फैलाने वाले एडिस मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं, इसलिए पानी के बर्तनों, पानी की टंकी आदि को ढक कर रखें। घर के आस-पास सफाई रखें.
• जब भी सोयें, मच्छरदानी के अंदर ही सोयें.
• एडिस मच्छर हमेशा दिन के समय काटते हैं, इसलिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें.
• डेंगू/चिकनगुनिया बुखार के उपचार के लिए कोई विशेष दवा नहीं है. अगर डेंगू/चिकनगुनिया के लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें.
• मच्छरों से बचाव के लिए घर की खिड़की तथा दरवाजे पर जाली लगवायें.
क्या नहीं करें
• घर के आस-पास या छत पर प्रयोग में न आने वाले बर्तन, टायर आदि न रखें एवं घर में कूलर, बाल्टी, फूलदान, फ्रिज ट्रे में पानी जमा नहीं होने दें.
• टूटे हुए बर्तन, प्रयोग में नहीं आने वाली बोतलें, टिन, बेकार के टायरों को जमा न रखें, क्योंकि बारिश के मौसम में इन्हीं में पानी जमा होता है, जिसमें एडिस मच्छर पनपते हैं.
• बुखार होने पर उसे अनदेखा नहीं करें.
• बगैर जाली लगे खिड़की तथा दरवाजे शाम एवं सुबह में खुले न रखें, क्योंकि इस समय मच्छरों का प्रकोप अधिक रहता है.