फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर की सिख कौम इन दिनों देश विदेश में हासिये पर है. पंथ आगू केवल राजनीति करने में व्यस्त है. इसी बीच देश विदेश में लोकप्रिय हो रहे झारखंड के पंथ प्रसिद्ध गुरमत प्रचार सेंटर के प्रचारक हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने कथा के माध्यम से कौम के आगुओं पर कड़ा हमला किया. अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि आज छोटे छोटे पद को लेकर जो कौम के लोग आपस में लड़ रहे हैं.
इसे देखकर दूसरे लोग चुटकीयां और तालियां बजा रहे हैं. वह कहते हैं कि यह वही कौम थी, जिनके शरीर टुकड़े कर दिए जाते थे, लेकिन फिर भी उनके चेहरे में नूर रहता था. कुल मिलाकर जमशेदपुरी ने समाज के लोगों को एका स्थापित करने की सलाह दी. आपस में एक दूसरे का विरोध नहीं करने की नसीहत दी. उन्होंने सिख कौम की तारीफ करते हुए कहा कि यह वही कौम है जब देश में विपता आती थी और कौम के लंगर को देखकर बोलते थे, अब सिख आ गए हैं. अब हमें घबराने की जरूरत नहीं. यह वही कौम है जब माताओं बहनों पर जुल्म होता था, सिख आते थे और मातायें कहती थी कि “शई बाबा सई, ओह रण बसरे नु कहीं, ओह मोढ़ी बाबा कछ वालेया वे मोढ़ी बाबा जान वालेया”. कुल मिलाकर जमशेदपुरी ने कौम को यह अपील की है कि छोटी छोटी बातों पर एक दूसरे की पगड़ी ना उतारें. आपस में एकता बनाएं रखें.