फतेह लाइव, रिपोर्टर.
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के माफीनामे से ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन पूरी तरह संतुष्ट है और उनके खिलाफ शुरू की जाने वाली मुकदमे की कार्रवाई टाल दी गई है।
पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने कहा कि उनके माफीनामा का ब्यान उन्हें भाजपा के स्थानीय नेताओं द्वारा मिला है।
वहीं स्थानीय सिख समन्वय समिति के सरदार अवतार सिंह भाटिया ने भी माननीय मंत्री के साथ हुई बातचीत का ब्यौरा दिया है।
सतनाम सिंह गंभीर के अनुसार अपने वकीलों के साथ मिलकर दिनभर मुकदमे की तैयारी करते रहे हैं और दिवाली की छुट्टी के बाद निश्चय ही अदालत की शरण लेनी थी।
सतनाम सिंह गंभीर के अनुसार मंत्री संजय सेठ सुलझे हुए व्यक्ति हैं और बहुत ही सोच समझकर बयान देते रहे हैं। उन्होंने माफी मांग सराहनीय उदाहरण समाज के सामने रखा है। श्री गुरु नानक देव जी के सिद्धांत, “हम नहीं चंगे बुरा नहीं कोई”, को सामने रखते हुए इस मामले का अच्छा पटाक्षेप हुआ है।
एक स्वर से सिख समाज का साथ अन्य वर्ग से मिला है और इसके लिए उन्हें भी धन्यवाद देते हैं।
पूर्वी भारत फेडरेशन अध्यक्ष के अनुसार उन्होंने सिख समाज की ओर से यह संदेश मंत्री जी तक पहुंचा दिया था कि वह सार्वजानिक रूप से माफी मांग लेते हैं तो मामला यहीं खत्म हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना सिखों के दसवें गुरु गुरु गोबिंद सिंह जी से अपने बयान में कर दी। सिख गुरुओं की तुलना किसी से नहीं की जा सकती है। ऐसा करना हर सिख की नजर में अपराध है। सतनाम सिंह गंभीर ने कहा इस बयान से सिखों के दिल में ठेस पहुंची थी। इसलिए संजय सेठ से सार्वजनिक रूप से सिखों से माफी की मांग फेडरेशन ने की थी।