फतेह लाइव, रिपोर्टर.
1964 ई. में हिंदू समाज की रक्षा के लिए हिंदूओं का सबसे बडे संगठन विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना पवई मुंबई के स्वामी चिन्मयानंद जी के संदीपनी आश्रम मे संघ के द्वितीय सर संघ चालक पूज्यनीय गुरू जी गोलवलकर जी, साधु संत समाज, चार धाम के शंकराचार्य जी, देश के प्रमुख मठों के मठाधीश, सिख, जैन, बौद्ध समाज के कई प्रबुद्ध जन संग हिंदू समाज की चिंता करने वाले कई राष्ट्रवादी जन की उपस्थिति में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के ठीक मध्य रात्रि के शुभ पावन क्षण मे किया गया.
और 1966 के प्रयागराज के कुंभ मेले मे साधु संतों के मार्गदर्शन मे विराट हिन्दू सम्मेलन में यह संगठन विश्व के सामने आया, ऊंच नीच, जात पात, अमीर गरीब, छुआछूत जैसे विषयों से ऊपर उठकर एक मंच पर एकत्रित कर एकजुट होकर गौहत्या, धर्मांतरण, हिंदू बहनों की रक्षा, मठ मंदिर की रक्षा जैसे कई विषयों को लेकर हिंदू धर्म की रक्षा हेतू विश्व हिन्दू परिषद एक महान संगठन के रूप में लगातार आंदोलन करते हुए अयोध्या के भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण, रामसेतु आंदोलन, बूढा अमरनाथ यात्रा का संचालन , जैसे कई मह्त्वपूर्ण कार्यों को आरंभ कराया।
इसके साथ वर्तमान समय मे हिंदू समाज को जाति के नाम पर हिंदूओं को कमजोर करने की एक बडी साजिश की जा रही है। लव जिहाद की बढती घटना और ईसाई मिशनरी द्वारा लगातार किये जा रहे धर्मांतरण से सावधान रहने के लिए प्रेरित किया गया। हम सभी में समाप्त होते जा रहे संस्कार को बचाने का दायित्व है। इसे आने वाली पीढी को अवगत भी कराना हमारा दायित्व है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनजातीय समाज के गौरव सनत सिंह सरदार, विहिप केंद्रीय अधिकारी व मार्गदर्शक जगन्नाथ शाही, विहिप झारखंड प्राँत के अध्यक्ष चंद्रकांत रायपत, झारखंड प्रांत विशेष संपर्क प्रमुख अरविंद सिंह, प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह, विभाग सहमंत्री अरूण सिंह, जिला अध्यक्ष अजय गुप्ता, जिला मंत्री चंद्रिका भगत, सहमंत्री उत्तम कुमार दास, बजरंग दल सह संयोजक चंदन दास, सेवा प्रमुख जीतेंद्र प्रमाणिक, विभाग सह सेवा प्रमुख दीपक वर्मा, सह-संयोजक प्रवीण सिंह, दीपक बजरंगी, दुर्गा वाहिनी प्रमुख पूनम रेडडी के अलावा भारत सेवा आश्रम, रामकृष्ण मिशन, इस्कॉन, ब्रह्मकुमारी, बौद्ध प्रमुख, सिख प्रमुख, जैन समाज के पूज्यनीय साधु-संत महाराज, विभिन्न सामाजिक संगठनों के सम्मानीय प्रबुद्ध जन, अखाडा समिति , पूजा समिति, प्रेस मिडिया के बंधुगण, सेवा के अलग अलग क्षेत्रों मे काम कर रहे सभी समाजसेवी, सभी मातृशक्ति, दुर्गावाहिनी व नारीशक्ति की मातायें व बहनें इस कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे सभी देवतुल्य कार्यकर्तागण और विहिप के सभी सदस्यगण उपस्थित रहे।