फतेह लाइव, रिपोर्टर.
युवा पीढ़ी को पश्चिमी सभ्यता से दूर करने और अपने पंथ से जोड़ने के लिए हर साल गुरु नानक सेवा दल की ओर से साकची गुरुद्वारा में नए साल के स्वागत और पुराने साल को अलविदा करने के लिए गुरु की आशीष ली जाती है. पिछले कई वर्षों से यह आयोजन गुरु नानक सेवा दल के बैनर तले साकची गुरुद्वारा के मैदान में होता है, जिसे संगत खूब पसंद करती है. इस साल भी यह आयोजन के जरिये संगत को गुरु चरणों से जोड़ा जायेगा, जिसकी तैयारी शुरु हो गई है. गुरुवार को साकची गुरुद्वारा के लंगर हॉल में सेवा दल की आवश्यक बैठक प्रधान हरविंदर सिंह मंटू ने बुलाई है, जिसमें सभी पदाधिकारियों और सदस्यों को शामिल होने की अपील की गई है.
हरविंदर सिंह मंटू ने बताया कि 30 और 31 दिसंबर का दो दिवसीय महान कीर्तन दरबार भव्य होगा. दोनों ही दीवान में दोपहर को संगत के बीच गुरु का अटूट लंगर वितरित किया जायेगा. शाम को चाय नाश्ता की सेवा रहेगी. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य नए साल का स्वागत और पुराने साल का शुक्राना गुरु की गोद में करना है.
इस बार का समागम श्री गुरु गोबिंद सिंह की जयंती को समर्पित रहेगा. दो दिवसीय महान कीर्तन दरबार में संगत को गुरु जस से निहाल करने के लिए सिंह साहेब ज्ञानी मान सिंह जी, कथावाचक श्री दरबार साहेब अमृतसर से आ रहे हैं. इनके अलावा भाई साहेब भाई गुरकिरत सिंह और भाई कमलजीत सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहेब पधार रहे हैं. मंटू ने बताया कि गुरुवार की बैठक में सभी को जिम्मेदारी बांटी जाएगी. यह जानकारी गुरु नानक सेवा दल के प्रेस प्रवक्ता चरणजीत सिंह ने दी.