Md. Sahzada.
जमशेदपुर डुमरिया वन विश्रामागार के समीप धड़ल्ले से अवैध तरीके से वन की कटाई करके लाखों रुपए की कमाई माफिया कर रहे हैं. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक डुमरिया क्षेत्र के गौतम मुखी, अमित मुखी, समीर मुखी धड़ले से अवैध तस्करी कर रहे हैं और विभाग मौन धारण कर बैठे हुए हैं.
इन लकड़ी माफिया द्वारा जहां डुमरिया वन विश्रामगार के पास ही गुप्त तरीके से विभाग को जानकारी दिए बिना वन की कटाई करके लाखों रुपए प्रतिदिन कमा रहे हैं, जिसकी सूध लेने वाला कोई नहीं.
झारखंड जमशेदपुर के खासकर बर्मामाइंस में कई वर्षों से अवैध आरामिलों का कारोबार बढ़ रहा है. आए दिन डुमरिया और आसपास के क्षेत्र में वनों से माफिया कीमती लकड़ियों को काट कर आरामिल ले जाया करते हैं. जहां इन लकड़ियों को फर्नीचर का साइज देकर बिहार और बंगाल में ज्यादा दामों में बेचते हैं. इनके यहां वन से काटा गये सागवान सखुआ और शिमल जैसे कीमती लकड़ी शामिल है, जहां कभी भी छापामारी कर प्राप्त की जा सकती है, जिसके कोई कागजात भी नहीं है.
ऐसा नहीं कि केवल वन विभाग स्थानीय थाना को भी इनके द्वारा सेटिंग करके एक हिस्सा वारा न्यारा किया जाता है. धड़ल्ले से जारी इस खेल का असर सीधे तौर पर पर्यावरण पर पड़ रहा है, जिसका खामियाजा भुगत भी रहे हैं और आने वाले समय में और भयावह स्थिति उत्पन्न होने वाली है, इससे इंकार नहीं किया जा सकता है.
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