- शांति और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी अखाड़ा समितियों ने लिया बड़ा फैसला, प्रशासन ने जताया आभार
फतेह लाइव, रिपोर्टर
इस वर्ष आजादनगर थाना क्षेत्र के सभी मोहर्रम अखाड़ा समितियों ने सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया है कि वे मुहर्रम के अवसर पर जुलूस नहीं निकालेंगे. अखाड़ा समितियों ने सामाजिक समरसता और शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से यह सराहनीय निर्णय लिया है. समितियों का मानना है कि जुलूस के दौरान आपातकालीन सेवाओं में रुकावट और असामाजिक तत्वों की सक्रियता से समाज को नुकसान होता है. इस फैसले से प्रशासन को भी राहत मिलेगी और साथ ही आम लोगों को भी बेवजह की परेशानी से छुटकारा मिलेगा. अखाड़ा प्रदर्शन अब केवल स्थानीय क्षेत्रों में इमामबाड़ों के पास ही आयोजित किए जाएंगे.
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जुलूस के बिना मुहर्रम का आयोजन: क्या यह बनेगा आने वाले वर्षों के लिए उदाहरण?
आजादनगर थाना शांति समिति की बैठक में कई प्रमुख सामाजिक व प्रशासनिक लोग शामिल हुए और इस निर्णय का स्वागत किया. बैठक की अध्यक्षता एस.के. बद्रुद्दीन ने की और संचालन मुख्तार आलम खान ने किया. इस अवसर पर उप नगर आयुक्त अरविंद कुमार अग्रवाल और थाना प्रभारी चंदन कुमार ने आश्वस्त किया कि मुहर्रम के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाएंगे. हर इमामबाड़े के पास पुलिस बल की तैनाती, असामाजिक तत्वों पर नजर और साफ-सफाई के विशेष उपाय किए जाएंगे. नगर आयुक्त ने बताया कि 1 से 10 मुहर्रम तक नियमित सफाई, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव और पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी.
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मुहर्रम के लिए प्रशासन की तैयारी कैसी है? जानिए क्या बोले अधिकारी
कार्यक्रम के अंत में यूनाइटेड बॉयज क्लब की ओर से उप नगर आयुक्त और थाना प्रभारी को सम्मानित किया गया. बकरीद के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए उन्हें शॉल और गुलदस्ता भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया गया. इस मौके पर मोहम्मद अशफाक, शकीर खान अजीमाबादी सहित कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता और नागरिक मौजूद रहे. धन्यवाद ज्ञापन करते हुए शकीर खान ने सभी के सहयोग की सराहना की और उम्मीद जताई कि मुहर्रम का यह आयोजन सौहार्द और भाईचारे के साथ संपन्न होगा.