फतेह लाइव, रिपोर्टर.
टेल्को के रोमन कैथोलिक धर्मप्रांत के चर्च ऑफ लेडी गोदालुपे का 51 वां स्थापना दिवस समारोह गुरुवार को मनाया गया। इस के साथ ही पिछले नौ दिनों से चल रही नवीन प्रार्थना का समापन हुआ। शाम 7 बजे मिस्सा बलिदान हुआ। इस दौरान युवाओं द्वार मसीह गीत की प्रस्तुति दी गई। चर्च परिसर में शाम पांच बजे जुलूस निकाला गया। जिसमें काफी संख्या में समाज के लोग भाग लिए। मौके पर फादर लिनुस किंडो ने कहा कि प्रभु के आगमन की तैयारी का सप्ताह इसलिए मनाया जाता है, ताकि हम खुद के जीवन का आकलन कर सकें। हम किसी भी बड़े व्यक्ति से मिलने जाते हैं तो सज-धजकर जाते हैं और अच्छे कपड़े पहनते हैं। यीशु के आगमन की तैयारी में हम शरीर से ज्यादा अपने हृदय को संवारना है। हमें देखना है कि हमारा हृदय कितना पवित्र है। क्या हम यीशु के स्वागत के योग्य हैं? अगर नहीं है तो खुद को तैयार करना होगा। इसके लिए अपनी गलत आदतों को छोड़ना होगा और अच्छे आदतों को अपना होगा।
समारोह में शामिल हुए 18 पल्ली पुरोहित
शाम को चर्च की महिला मंडली के नेतृव्य में जुलूस निकाला गया। सभी प्रभु के गीत गाते हुए सभी को चर्च के अंदर आए। इसके बाद प्रार्थना सभा हुई। कार्यक्रम में इस इस दौरान जयंती दत्त ने चर्च के 51 साल के सफर की जानकारी दी। अंत में विश्व शांति के लिए विशेष प्रार्थना की गई। इसके बाद चर्च में आए लोगों के बीच चॉकलेट का वितरण किया गया। शाम पांच बजे फादर ज्ञानप्रकाश ने मिस्सा बलिदान किया।
मैक्सिको की महिला के नाम पर बना टेल्को का लुपिता चर्च
मैक्सिको की महिला ग्वादा लुपे की माता मरियम का लोगों ने 1511 में दर्शन पाया था। लेडी ग्वादा लुपे के नाम पर ही इस चर्च का नाम लुपिता चर्च रखा गया। इस चर्च में एक साथ 1200 लोग प्रार्थना कर सकते हैं। इस चर्च से कुल 400 परिवार जुड़े हुए हैं। इसमें हिंदी व अंग्रेजी में ही प्रार्थना होती है। सेंट लुपिता चर्च टेल्को के भवन का निर्माण कार्य 1972 में शुरू हुआ था। इसी साल इस चर्च का हॉल बनकर तैयार हो गया था, लेकिन पूरा चर्च भवन 2006 में बनकर तैयार हुआ।