जमशेदपुर।
शहर की अग्रणी सामाजिक संस्था ” नमन शहीदों के सपनों को” के तत्वाधान में सरदार उधम सिंह के शहादत दिवस पर लौहनगरी के लोग श्रद्धांजलि देने उमड़े. मुख्य अतिथि सीजीपीसी अध्यक्ष सरदार भगवान सिंह, संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले के साथ शहर के अनेक गण्यमान्य लोगों, महिलाओं एवं युवाओं की गरिमामय उपस्थिति में सरदार उधम सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. संस्थापक काले ने कहा कि 21 वर्षों बाद अंग्रेज को उसकी धरती पर जाकर वध करने की घटना ने निश्चित रूप से अँग्रेजी शासन को हिला दिया और अंग्रेजी शासन को डर हो गया, जिसके बाद ही उन्होंने देश छोड़ने का मन बना लिया होगा.
उधम सिंह जैसे तमाम शहीदों के हम ऋणी रहेंगे : भगवान सिंह
इस अवसर मुख्य अतिथि भगवान सिंह ने कहा कि- आजादी की लड़ाई का इतिहास क्रांतिकारियों के विविध साहसिक कारनामों से भरा पड़ा है. उधम सिंह के जज़्बे, वीरता और सोच को, उनकी शहादत को हम कभी भी भूल नहीं सकते. देश के लिए ऐसे बलिदानियों के बलिदान को याद कर युवाओं को जागृत करने के लिए नमन परिवार की विचारधारा को नमन है.
मुझे गर्व है कि मैं नमन परिवार का हिस्सा हूं : शैलेन्द्र सिंह
प्रदेश गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि सरदार उधम सिंह के साहस और बलिदान ने हम सभी देशवासियों का सर गौरव से ऊंचा कर दिया. पूरा विश्व इस बात को जान गया कि हिन्दुस्तान के लोग सरफिरे होते हैं. उनको अपने देश से प्यारा कुछ नहीं होता. नमन ऐसे ही वीरों को जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर दिया उनको ना सिर्फ याद कर उनको अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करता है, बल्कि आज की युवा पीढ़ी को भी उनकी शहादत को याद दिला देशभक्ति की भावना से जोड़ने का काम कर रहा है. मुझे गर्व है कि मैं भी नमन परिवार का एक हिस्सा हूं.
शौर्य साहस त्याग एवं बलिदान की प्रतिमूर्ति है उधम सिंह : काले
संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले ने कहा कि भारत माता के अमर सपूत उधम सिंह आजादी के प्रमुख महानायकों में से एक थे. उन्हें अपने शौर्य, साहस, त्याग एवं बलिदान के लिए हमेशा याद किया जाता रहेगा. उनके शौर्य एवं बलिदान की मार्मिक व साहसिक गाथा आज भी भारतीयों को प्रेरणा देती है और देती रहेगी. उन्होंने जिस धैर्य के साथ अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रख कर माँ भारती के लिए अंग्रेजों को एक चेतावनी उनके देश में घुसकर दिया और स्वाभिमान के साथ अपना सर्वस्व बलिदान किया, वह अतुलनीय था. यदि आज के युवक उनके बताये हुए मार्ग पर चलें, तो न केवल अपना, अपितु देश का मस्तक भी ऊँचा कर सकते हैं काले ने आज उपस्थित देशभक्तों से ज़ोर देकर कहा की हमें राष्ट्र हित में बड़ी सोच और बेहतर समझ के साथ जात- पात , ऊँच – नीच से ऊपर उठ कर राष्ट्र के परम वैभव की कल्पना के साथ आगे बढ़ने की ज़रूरत है.
धन्य है वो माता पिता जिन्होंने आजाद जैसे वीर को जन्म दिया : बृजभूषण सिंह
वरिष्ठ पत्रकार बृजभूषण सिंह ने कहा कि उधम सिंह ने देशभक्ति में वे स्थापित किये जिसके लिए सम्पूर्ण देश उनका सदैव ऋणी रहेगा. मातृभूमि के लिए उनका बलिदान आज भी देश के नागरिकों में देशभक्ति की भावना का संचार करता है.
युवा पीढ़ी को उधम सिंह की जीवनी से सीखने की जरूरत है : जयप्रकाश
जयप्रकाश सिंह ने कहा उधम सिंह जैसे शहीदों ने इस देश की आन-बान और शान को चार चांद लगाया है. आज की युवा पीढ़ी को इससे सीख लेकर देश सेवा में लगना चाहिए.
इन्होंने भी रखे अपने विचार
कार्यक्रम के दौरान सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के उपाध्यक्ष कुलविंदर सिंह पन्नू, साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव परमजीत सिंह काले, सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व महासचिव जसवंत सिंह भोमा सहित अन्य ने अपने विचार रखे. संचालन धनुधर त्रिपाठी एवं धन्यवाद ज्ञापन महेश मिश्रा ने किया.
इन्होंने भी दी श्रद्धांजलि
श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वरीय उपाध्यक्ष सरदार चंचल सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह, महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला, कार्यालय सचिव त्रिलोचन सिंह, महेंद्र सिंह, अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के सत्येन्द्र कुमार सिंह, अवधेश कुमार, राजपति देवी, बिपीन झा, संदीप सिंह, पंकज वर्मा, सरजू राम, ममता पुष्टि, परमजीत कौर, बलविंदर कौर, सीमा जयसवाल रीना सिंह, शांति कुमारी आदि उपस्थित रहे।