जमशेदपुर :
खासमहल जगन्नाथ मंदिर में रविवार को चतूर्धा मूरत में भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा एवं सुदर्शन जी का देव स्नान पूर्णिमा भक्तिभाव से मनाया गया। सुबह दस बजे 108 स्नान के लिए कलश यात्रा निकाला गया. गोलपहाड़ी शिव मंदिर से जलाया गया,जगन्नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिर के पुजारी अभिमन्यु ने परंपरागत रूप से भगवान जगन्नाथ को 35 कुंभ (कलश) बलभद्र क़ो 33 कुंभ, देवी सुभद्रा को 22 कुंभ एवं सुदर्शन जी क़ो 18 कुंभ जल से स्नान बेदी पर शाही स्नान कराया।
इस दौरान काफ़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होकर भगवान जगन्नाथ के जयकारा लगाते नजर आए। मान्यता है की अत्यधिक शीतल जल से स्नान के उपरांत भाई बहन समेत भगवान जगन्नाथ के बीमार पड़ने की प्रथा चली आ रही है। इस दरमियान 15 दिनों तक अणासर गृह में औषधीय गुण विशिष्ट जड़ी बूटि एवं मोदक से तीनों विग्रह का उपचार किया जाऐगा। स्वस्थ होने के पश्चात भगवान नौयोवान रूप में भक्तों को दर्शन देंगे। जिसके बाद मंदिर समिति द्वारा रथयात्रा क़ा आयोजन कराया जायगा।