- आरटीआई कार्यकर्ता संघ ने उपायुक्त और एसपी से की न्यायसंगत कार्रवाई की मांग
फतेह लाइव, रिपोर्टर
जमशेदपुर में आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष दिल बहादुर के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधि मंडल ने उपायुक्त अनन्य मित्तल और नगर पुलिस अधीक्षक कुमार शिवाषिस से कृतिवास मंडल को मिली धमकी मामले में न्यायसंगत कार्रवाई हेतु ज्ञापन सौंपा. प्रतिनिधि मंडल में संघ के कई वरिष्ठ सदस्य मौजूद थे, जिन्होंने कहा कि कृतिवास मंडल को 18 मई को फोन पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा धमकी दी गई थी, क्योंकि वे सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत पोटका प्रखंड विकास पदाधिकारी से जानकारी मांग रहे थे. इस गंभीर मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे प्रशासन की उदासीनता स्पष्ट होती है. उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए जाएंगे और धमकी देने वाले का मोबाइल नंबर पता लगाकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर आरोपी की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी.
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कृतिवास मंडल को मिली धमकी का मामला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती
प्रतिनिधि मंडल ने अपनी मांगों में स्पष्ट किया कि कृतिवास मंडल जैसे निष्ठावान आरटीआई कार्यकर्ताओं को सुरक्षा प्रदान करना सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है. उन्होंने सुझाव दिया कि धमकी देने वाले अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए, कृतिवास मंडल की व्यक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, पोटका प्रखंड कार्यालय के अधिकारियों की भूमिका की जांच की जाए और जिले में सक्रिय सभी आरटीआई कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए ठोस व्यवस्था बनाई जाए. संघ ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वह लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन का रास्ता अपनाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
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आरटीआई कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए संघ ने आंदोलन की दी चेतावनी
इस दौरान आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केंद्रीय उपाध्यक्ष, सचिव, सदस्य समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे. उन्होंने कृतिवास मंडल के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और प्रशासन से शीघ्र न्याय की अपील की. संघ ने कहा कि कृतिवास मंडल भ्रष्टाचार के विरुद्ध निरंतर आवाज उठाते रहे हैं और उनकी धमकी लोकतंत्र के लिए खतरा है. प्रतिनिधि मंडल ने इस घटना को लेकर प्रशासन की संवेदनशीलता पर सवाल उठाते हुए कहा कि भ्रष्टाचारमुक्त प्रशासन के लिए आरटीआई कार्यकर्ताओं की सुरक्षा अनिवार्य है. उपायुक्त और एसपी ने संघ के सामने कार्रवाई के पूर्ण आश्वासन के साथ मामले की गंभीरता को समझा.