श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर 27 नवंबर को बिष्टुपुर से निकलेगा नगर कीर्तन, सिख जनगणना का खाका तैयार, सेंट्रल नौजवान सभा भंग, टेल्को के अमरीक सिंह बनाये गए अंतरिम प्रधान, बधाइयों का लगा तांता, मुखे का धड़ा हुआ बाहर






फतेह लाइव, रिपोर्टर।
सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 554वें प्रकाशपर्व के मौके पर बिस्टुपुर जी टाउन गुरुद्वारा से नगरकीर्तन निकाला जायेगा। सीजीपीसी की अन्य सभी गुरुद्वारा प्रतिनिधियों संग की गयी आम बैठक में निर्णय लिया गया। शुक्रवार को सर्वसम्मति से एक और अहम फैंसले में सेंट्रल सिख नौजवान सभा को भंग करते हुए टेल्को नौजवान सभा के प्रधान अमरीक सिंह तो नौजवान सभा का अंतरिम प्रधान बनाया गया।
तार कंपनी गुरुद्वारा, इंदिरानगर के प्रतिनिधियों ने भी वहां से नगरकीर्तन निकालने की इच्छा व्यक्त की थी परन्तु बिष्टुपुर गुरुद्वारा के समर्थन में उनके द्वारा नाम वापस लिए जाने के बाद अमरजीत सिंह भामरा के प्रस्ताव पर बिष्टुपुर गुरुद्वारा से नगरकीर्तन निकालने का निर्णय लिया गया।
एक अहम फैंसले में सेंट्रल सिख नौजवान सभा को भंग कर दिया गया जहाँ सुरजीत सिंह खुशीपुर के प्रस्ताव पर टेल्को गुरुद्वारा के अमरीक सिंह को सभा का अंतरिम प्रधान घोषित करते हुए उन्हें सरोपा सम्मान दिया गया। वहीं इस फैसले से सभा के पूर्व प्रधान सतबीर सिंह गोलडू को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. वह सीजीपीसी के पूर्व प्रधान मुखे के धड़े के थे. इस फैसले को सभा की टीम तीखी प्रतिक्रिया दे रही है और पद लोभी करार दे रही है. गोलडू ने कहा कि उनका कार्यकाल जून 2024 को समाप्त हो रहा था.
बैठक में अन्य कई फैंसले लिए गए, जिनमे मुख्य रूप से जमशेदपुर में सिख जनगणना कराये जाने पर सभी सदस्यों ने एक स्वर में परवानगी दी। इसके अलावा एक कैलेंडर वर्ष में दो सामूहिक विवाह समारोह आयोजित करने के फैंसले पर भी हाउस ने सहमति की मुहर लगायी। एक और निर्णय लेते हुए घोषणा की गयी कि गुरुद्वारों में ग्रंथी की नियुक्ति के पूर्व उनके ज्ञान को परखने के लिए एक साक्षात्कार लिया जायेगा उपरांत उर्तीण हुए ग्रंथी को प्रशस्ति पत्र देकर ही उनकी नियुक्ति सुनिश्चित की जाएगी। साक्षात्कार प्रक्रिया निष्पादन की जिम्मदारी अकाली दल जमशेदपुर की होगी।
आम बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधान भगवान सिंह ने कहा कि नगरकीर्तन में शामिल होने ने स्कूल और स्री सत्संग सभा की यूनिट को भी लॉटरी के आधार पर सूचि संख्या दे दी गयी है। चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि सभी गुरुद्वारों में गुरमत रहत मर्यादा को लागु कराने के लिए जरुरी कदम उठाये जाएंगे। तख्त श्री पटना साहिब के महासचिव सरदार इंदरजीत सिंह ने कहा कि जमशेदपुर के सिख नगरकीर्तन में शामिल होकर प्रकाशपर्व को अप्रत्याशित रूप से सफल बनायें। महासचिव अमरजीत सिंह ने कहा कि नगरकीर्तन में अन्य संस्थाओं को दी जाने वाली सेवा की भी घोषणा जल्द की जायेगी। सरदार भगवान सिंह ने सभी गुरुद्वारा कमिटियों के प्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि सभी प्रतिनिधि गुरु साहब के जन्मदिहाड़े के मद्देनजर अपने-अपने सम्बंधित यूनिट को अभी से जिम्मदारी निभाने के लिए निर्देश लागु कर दें। बैठक का धन्यवाद ज्ञापन सरदार इंदरजीत सिंह ने किया।
बैठक में ये थे उपस्थित
बैठक में प्रधान भगवान सिंह के अलावा चेयरमैंन सरदार शैलेंद्र सिंह, पटना साहिब कमेटी के महासचिव इंद्रजीत सिंह, अकाली दल के प्रधान सुखदेव सिंह खालसा, रामकृष्ण सिंह, ट्रस्टी रणजीत सिंह, रविंद्र सिंह, अमृतपाल सिंह, वरीय उपाध्यक्ष नरेंद्रपाल सिंह, चंचल सिंह, कुलदीप सिंह शेरगिल, महासचिव अमरजीत सिंह, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, बिष्टुपुर प्रधान प्रकाश सिंह, त्रिलोक सिंह, सुखदेव सिंह पनेसर, प्रधान महेंद्रपाल सिंह भाटिया, प्रधान सुजीत सिंह खुशीपुर, प्रधान हरजिंदर सिंह, महासचिव अविनाश सिंह, महासचिव कश्मीर सिंह चिरे, प्रधान दलबीर सिंह, प्रधान बलविंदर सिंह, गुरुशरण सिंह, सुखदेव सिंह बिट्टू, प्रधान जगजीत सिंह गांधी, इंद्रजीत सिंह, हरविंदर सिंह, गम्हरिया के प्रधान इंद्रजीत सिंह, हरविंदर सिंह गुल्लू, गुरमीत सिंह, प्रधान लखविंदर सिंह, प्रधान रविंद्र सिंह, प्रधान रणजीत सिंह माथारू, प्रधान बलदेव सिंह, चेयरपर्सन गुरदयाल सिंह, जोगा सिंह, हरभजन सिंह, अमरजीत सिंह भामरा, सुरेंद्र सिंह शिंदे, जसवंत सिंह जस्सू, हरदीप सिंह दीप, अमरीक सिंह, परविंदर सिंह सोहल, बारीडीह गुरुद्वारा के कार्यवाहक प्रधान ज्ञानी कुलदीप सिंह, चेयरमैन करतार सिंह, बलविंदर सिंह, संयुक्त सचिव जसवंत सिंह, प्रधान अमरजीत सिंह गांधी, महासचिव हरदीप सिंह चनिया, सुरजीत सिंह, महासचिव परमजीत सिंह, विकी हरि शरण सिंह, रणजीत सिंह, महासचिव परमजीत सिंह रोशन, जोगिंदर सिंह ज्ञानी, कुलदीप सिंह, करतार सिंह, बलविंदर सिंह, जसवंत सिंह, जसपाल सिंह, दर्शन सिंह काले, परमजीत सिंह रोशन, हरकीरत सिंह, जोगिंदर सिंह, सेंट्रल स्त्री सभा की प्रधान रविंदर कौर, चेयरपर्सन कमलजीत कौर, सुखजीत कौर, महासचिव परमजीत कौर आदि कई लोग उपस्थित थे।
सनातनी शब्द से चिढ़ है भगवान सिंह को, शैलेंद्र सिंह को बोलने से कुलविंदर ने रोका
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार भगवान सिंह को सनातनी शब्द से चिढ़ है और शुक्रवार को सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक की कमेटी की बैठक में कुलविंदर सिंह ने मर्यादा का सवाल उठाते हुए शैलेंद्र सिंह को बोलने से रोका।
इस पर भगवान सिंह ने कहा कि तुमने राष्ट्रीय सनातनी सिंह सभा बनाई है। सनातनी शब्द का इस्तेमाल करते हो इसलिए तुम्हें इस बैठक में बैठने का अधिकार नहीं है।
इसके साथ ही उन्होंने कुलविंदर सिंह को बैठक से बाहर जाने को कहा। इस पर कुलविंदर सिंह को ज्ञानी कुलदीप सिंह ने धक्का दिया तो वह वहां से निकल गए और उन्होंने कहा कि तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब में सनातनी सिख सभा की एक सीट रिजर्व है। यदि सनातनी शब्द से इतनी नफरत है तो पहले वह तख्त श्री हरमंदिर साहिब जी प्रबंधन कमेटी के संविधान के प्रावधान से बाहर करवा दें।
कुलविंदर सिंह बाहर जाने लगे तो उनके समर्थन में सोनारी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार तारा सिंह एवं महासचिव सरदार सुखविंदर सिंह ने कहा कि शैलेंद्र सिंह दोषी है जब तक वह दोष मुक्त नहीं होता तब तक उसे स्टेज से बोलने नहीं दिया जाना चाहिए।
इतना बोलते हुए सरदार तारा सिंह और सुखविंदर सिंह भी बैठक का बहिष्कार कर बाहर निकल गए।
कुलविंदर सिंह के अनुसार सरदार शैलेंद्र सिंह जुगसलाई गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान महेंद्र सिंह ने गुरु नानक देव जी की तस्वीर श्री अकाल तख्त के आदेश का उल्लंघन करते हुए झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायत खान को भेंट की।
तस्वीर लेते समय हिदायत खान ने अपना सर नहीं ढका हुआ था और पैरों में चप्पल भी पहन रखी थी।