फतेह लाइव, रिपोर्टर.
अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने बिष्टुपुर के डायग्नल रोड सोंथालिया भवन पहुंचे JNAC की टीम से व्यापारियों की धक्का मुक्की के बाद पुलिस के जवानों ने व्यापारियों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा है. व्यापारियों का कहना था कि अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के लिए किसी प्रकार की पूर्व सूचना या नोटिस नहीं दिया गया था और आज अचानक कार्रवाई शुरू कर दी गई.
ऐसे में चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष और व्यवसायी सुरेश सोंथालिया के भाई महेश सोंथालिया समेत अन्य दो-तीन व्यापारियों ने कार्रवाई का विरोध किया और सिटी मैनेजर रवि भारती से भिड़ गए. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने सोंथालिया समेत अन्य कई व्यापारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. इतना ही नहीं एक पत्रकार की ओर भी लाठीधारी आगे बढ़ रहा था लेकिन रूक गया. व्यवसायी इस घटना के बाद विरोध स्वरूप बिष्टुपुर थाने में जुटे हुए हैं.
बताते चलें कि कुछ दिनों पूर्व राकेश झा नामक व्यक्ति की पीआईएल पर संज्ञान लेते हुए उच्च न्यायालय द्वारा जांच हेतु एक टीम जमशेदपुर भेजी गई थी. इसमें वरिष्ठ अधिवक्ताओं की तीन सदस्यीय टीम ने जमशेदपुर के साकची और बिष्टुपुर क्षेत्र का भ्रमण किया था जिसके बाद यह पाया कि शहर में नक्शा विचलन हो रहा है.
JNAC की कार्रवाई कहीं न कहीं न्यायालय के आदेश के आलोक में नजर आ रही है क्योंकि न्यायालय से याचिकाकर्ता ने यह गुहार लगाई थी कि शहर में लगातार नक्शा विचलन कर कुछ वर्षों से लगातार बड़े बड़े व्यवसायिक भवन बनाएं जा रहें हैं, जहां पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा पूर्व में निर्मित शहर के कई भवनों का उदाहरण भी दिया था जहां कि पार्किंग स्थल का भी व्यवसायिक उपयोग किया जा चुका है.
लौहनगरी में बिष्टुपुर, साकची, मानगो, उलीडीह, कदमा, सोनारी, जुगसलाई, सीतारामडेरा समेत कई अन्य क्षेत्रों में ऐसे दर्जनों भवन हैं. जहां आज भी बिना पार्किंग स्थल के बड़े-बड़े अपार्टमेंट और मार्केट कॉम्प्लेक्स बनाएं जा रहें हैं. ऐसे में आवासीय व व्यवसायिक भवनों का जब निर्माण होता है तक संबंधित निकाय से नक्शा पारित करवाया जाता है जबकि निर्माण के समय नियमों को ताक पर रख दिया जाता है.