फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सोमवार को मिथिला रेल संघर्ष समिति के सदस्यों ने बिष्टुपुर में लड्डू बांट कर टाटा जयनगर ट्रेन मिलने की खुशी मनाई। ज्ञात हो कि टाटा जयनगर ट्रेन के लिए मिथिला रेल संघर्ष समिति ने लंबा संघर्ष और ज़मीनी आंदोलन कर कोल्हान में रह रहे मिथलांचल के लोगों का आवाज बनने का काम किया।
मिथिला रेल संघर्ष समिति के सदस्यों ने भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, सांसद निशिकांत दुबे एवं विद्युत वरण महतो को आभार व्यक्त करते हुए मिथिलांचल के लोगों के बहुत पुरानी मांग को पूरा करने के लिए खुशी ज़ाहिर किया। संस्था के सदस्यों ने एक दूसरे का मुंह मीठा कराकर खुशी व्यक्त किया। साथ ही सभी मैथिल समाज के लोगों को जिन्होंने प्रत्यक्ष रूप से या अप्रत्यक्ष रूप से ट्रेन के लिए आवाज उठाया, उनको धन्यवाद और आभार कहा।
मिथिला रेल संघर्ष समिति ने आंदोलन की शुरुआत विद्यापति परिषद बागबेड़ा से की थी, जिसके बाद कोल्हान के कई छेत्र में बैठक कर टाटा जयनगर ट्रेन के लिये विरोध प्रदर्शन किया गया। “ट्रेन नहीं तो सांसद को वोट नहीं” कार्यक्रम के माध्यम से समिति ने सरकार पर दबाव बनाया जिसका नतीजा है कि आज रेलवे ने हमारे वर्षों पुराने मांग को मानते हुए ट्रेन की स्वीकृति दी।
कार्यक्रम में समिति ने यह निर्णय लिया कि टाटा जयनगर ट्रेन की पहली सफर में ज़्यादा से ज़्यादा लोग यात्रा कर जयनगर और वहां से जनकपुर की यात्रा करेंगे और ट्रेन को फूल से सजा के टाटा से रवाना किया जाएगा। पहली यात्रा पर पूरे टाटानगर रेलवे स्टेशन को मिथलांचल के रंग में रंगा जायेगा।
मिथिला रेल संघर्ष समिति के संयोजक ज्योति मिश्रा ने अध्यक्षता की। मुख्य रूप से आकाश मिश्रा, अखिलेश झा, धर्मेश कुमार लड्डू, दिलीप झा, राजेश झा, भगीरथ झा, एके झा, शैलेंद्र झा, रजनीश झा, हरेराम चौधरी, अखिलेश मिश्रा, अवधेश मिश्रा, अनवर अहमद, तसलीम, मुहम्मद सलाउंड्दीन, नजफ़ मुन्नवर, किरण झा, माला चौधरी,रश्मि चौधरी , प्रियंका झा, अमित झा, मनीष मिश्रा, प्रवीण ठाकुर, अरविंद मिश्रा, देवेंद्र झा आदि उपस्थित थे।