फतेह लाइव, रिपोर्टर.










नारायणा हेल्थ सिटी, बेंगलुरु ने मां सेवा समिति ट्रस्ट और DKMS फाउंडेशन, जर्मनी के सहयोग से निःशुल्क HLA परीक्षण और थैलेसीमिया जागरूकता शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन खालसा क्लब, टाटा लाइन, गोलमुरी, जमशेदपुर में किया. इस शिविर में 129 मरीजों ने भाग लिया और कुल 350 HLA सैंपल लिए गए, जो सभी निःशुल्क थे.
यह पहल थैलेसीमिया रोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि HLA परीक्षण, जो बोन मैरो (अस्थि मज्जा) प्रत्यारोपण के लिए उपयुक्त दाता की पहचान करने में सहायक होता है.बिना किसी शुल्क के प्रदान किया गया. यह आयोजन झारखंड को थैलेसीमिया-मुक्त बनाने के मिशन का हिस्सा है, जिससे रोगियों को जल्द से जल्द सही इलाज मिल सके और स्टेम सेल दान को बढ़ावा मिले.
डॉ. सुनील भट की विशेषज्ञता और उपलब्धियाँ
इस शिविर की सबसे बड़ी विशेषता डॉ. सुनील भट की उपस्थिति थी, जो बाल चिकित्सा हेमेटोलॉजी, ऑन्कोलॉजी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित विशेषज्ञ हैं. डॉ. भट वर्तमान में निम्नलिखित पदों पर कार्यरत हैं:
• वाइस चेयरमैन – ऑन्कोलॉजी कोलेजियम, नारायणा हेल्थ
• निदेशक और क्लीनिकल लीड – बाल चिकित्सा हेमेटोलॉजी, ऑन्कोलॉजी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट, नारायणा हेल्थ सिटी, बेंगलुरु
उनकी प्रमुख उपलब्धियाँ इस प्रकार हैं:
• अब तक 2,500 से अधिक सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट कर चुके हैं, जिससे वे इस क्षेत्र के विश्व स्तरीय विशेषज्ञों में से एक बन गए हैं.
• वर्ष 2023 में अकेले 215 बोन मैरो ट्रांसप्लांट पूरे किए, जो वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक वार्षिक संख्याओं में से एक है.
• भारत के सबसे कम उम्र के पांच महीने के बच्चे का सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट किया.
• B-Cell ALL (एक प्रकार का ब्लड कैंसर) के रोगियों के लिए भारत में CAR-T सेल क्लिनिकल ट्रायल शुरू करने वाले पहले डॉक्टरों में से एक हैं.
इस शिविर मे मुख रूप पूर्ण विधायक कुणाल सारंगी जी बीजेपी सिख नेता सतबीर सिंह”सोमू” बंगलौर से डॉ. सुनील भट इस शिविर की सबसे बड़ी विशेषता जो बाल चिकित्सा हेमेटोलॉजी, ऑन्कोलॉजी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित विशेषज्ञ हैं. डॉ. भट वर्तमान में निम्नलिखित पदों पर कार्यरत हैं:
• वाइस चेयरमैन – ऑन्कोलॉजी कोलेजियम, नारायणा हेल्थ
नारायणा हेल्थ सिटी, बेंगलुरु और DKMS की भूमिका
नारायणा हेल्थ सिटी, बेंगलुरु, जो बोन मैरो ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में अग्रणी चिकित्सा संस्थान है, ने इस पहल में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. मां सेवा समिति ट्रस्ट और DKMS फाउंडेशन, जर्मनी के सहयोग से, यह सुनिश्चित किया गया कि महँगे HLA परीक्षण (जो प्रति परिवार सदस्य ₹15,000 का खर्च होता है) को आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए निःशुल्क उपलब्ध कराया जाए. इस सहायता से कई रोगियों को जीवन रक्षक चिकित्सा सेवाएँ प्राप्त हुईं, जो अन्यथा उनके लिए संभव नहीं थी.
इस अवसर पर, मां सेवा समिति ट्रस्ट के सचिव भगवत भावेश ने डॉ. सुनील भट, नारायणा हेल्थ सिटी, DKMS फाउंडेशन और सभी चिकित्सा विशेषज्ञों एवं स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य थैलेसीमिया-मुक्त झारखंड बनाना है, और नारायणा हेल्थ एवं DKMS जैसे संस्थानों के सहयोग से हम इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहे हैं. हम अधिक से अधिक लोगों से HLA परीक्षण और स्टेम सेल दान के लिए आगे आने की अपील करते हैं.”
थैलेसीमिया के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा
शिविर के दौरान एक विशेष जागरूकता सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें उपस्थित लोगों को थैलेसीमिया की रोकथाम, बोन मैरो ट्रांसप्लांट और स्टेम सेल दान के महत्व के बारे में जानकारी दी गई. मरीजों और उनके परिवारों की जबरदस्त भागीदारी ने यह साबित कर दिया कि ऐसे और भी कार्यक्रमों की आवश्यकता है ताकि अधिक से अधिक जीवन बचाए जा सकें.
मां सेवा समिति ट्रस्ट, नारायणा हेल्थ सिटी, बेंगलुरु और DKMS के सहयोग से, भविष्य में भी निःशुल्क HLA परीक्षण और थैलेसीमिया जागरूकता शिविर आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है. ट्रस्ट सभी नागरिकों से HLA परीक्षण और स्टेम सेल दान के लिए आगे आने की अपील करता है, ताकि थैलेसीमिया रोगियों को एक स्वस्थ और उज्ज्वल भविष्य मिल सके.