जमशेदपुर :
हमारे जनप्रतिनिधि अपने निजी स्वार्थ के लिए जनहित के मुद्दे को नहीं उठा कर शहर के अमन चैन को बिगाड़ना चाहते हैं और आरोप-प्रत्यारोप में जनता को भ्रमित कर रहे हैं। विकास और जनहित की बात नेताओं ने गौण कर दिया है। विधानसभा चुनाव में कैसे नैया पार लगाया जाए इसी को लेकर सब ड्रामा चल रहा है, परंतु शहर के सद्भावना को बिगाड़ा गया तो अमन चैन पसंद लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। सोशल मंच पर नजर डालिए तो नेताओं के बोल और उनका स्वार्थनजर आएगा, इन नेताओं को सामाजिक सरोकार से कोई मतलब नहीं है सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं। सांप्रदायिक सद्भावना को बिगाड़ना इनका मकसद है। एक दूसरे के निजी जीवन पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर देखा जा सकता है, इसे जनता से कोई मतलब नहीं है जो खुद शीशे के घर में रहते हैं उन्हें दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए। सामाजिक सरोकार के मुद्दे और जनहित के मुद्दे पर हमारे जनप्रतिनिधि मौन हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में किस तरह वोटों का ध्रुवीकरण सांप्रदायिकता के आधार पर किया जाए उसी साजिश में लगे हैं। शहर के जाने-माने अधिवक्ता और समाजवादी विचारक अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने उक्त बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि जनता सब देख रही है और सुन रही है आने वाले वक्त में इसका मुंहतोड़ जवाब देगी वैसे नेता भ्रम में है जो जनता को भ्रमित कर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं। शहर के बुद्धिजीवियों से और अमन चैन पसंद लोगों से अपील है कि वह सामने आकर समाज को विभाजित करने वाले राजनीति का जमकर विरोध करें।