फतेह लाइव, रिपोर्टर.
रांची की एक सभा में रांची के विधायक प्रत्याशी सी पी सिंह की मौजूदगी में केंद्रीय राज्य मंत्री एवं रांची के सांसद संजय सेठ ने जिस तरीके से अपना बयान (भाषण) दिया है। उसे सिख समाज में काफी रोष है उन्होंने अपने बयान में गुरु गोविंद सिंह जी की तुलना नरेंद्र मोदी के साथ की है जो की बहुत ही निंदनीय है। सिख धर्म के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी सिख धर्म की स्थापना कर खालसा पंथ सजाया और इस मातृभूमि की हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च निछावर किया।
निस्वार्थ भाव से देश धर्म की रक्षा के लिए अपने पुत्रों की कुर्बानी दी। उनकी कुर्बानी को किसी के साथ जोड़ना निहायती घटिया मानसिकता को दर्शाता है। भारतीय जनता पार्टी हमेशा से जाति धर्म की राजनीति करती आई है। मगर मैं संजय सेठ को चेतावनी देता हूं। इस तरह से सिख गुरुओं का अपमान ना करें। उनको नरेंद्र मोदी की चापलूसी करनी है तो करें। मगर किसी महापुरुष का अपमान करने की जुर्रत ना करें।
संजय सेठ के इस बयान का संज्ञान चुनाव आयोग को भी लेना चाहिए और अभिलंब संजय सेठ जी को अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए और पूरे सिख समाज से माफी मांगनी चाहिए।