फतेह लाइव, रिपोर्टर.
रामगढ़िया सभा ने झारखंड के जननायक स्वर्गीय शिबू सोरेन की तस्वीर पर श्रद्धा के पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए रामगढ़िया सभा के प्रधान केपीएस बंसल ने कहा शिबू सोरेन केवल एक दल के नेता नहीं थे बल्कि वह झारखंड के समस्त समुदाय के नेता थे और सभी पार्टियों उनके समान आदर करती थी. उनके सरल स्वभाव कुशल नेतृत्व ने उनको एक जन नेता के रूप में पहचान दिलाई और झारखंड के अस्मिता को उन्होंने राष्ट्रीय पटल पर रखने का काम किया और झारखंड अलग राज्य का निर्माण कराया.
सभा के ट्रस्टी अमरदीप सिंह ने अपने संबोधन में कहा दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन की खबर से पूरे झारखंड में शोक की गहरी लहर दौड़ गई है. हर आंख नम है, हर दिल गमगीन. झारखंड आंदोलन के प्रणेता, आदिवासी अस्मिता की बुलंद आवाज़ और लाखों दिलों की धड़कन रहे गुरुजी का यूं चले जाना एक ऐसी अपूरणीय क्षति है, जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है.
आज जिस झारखंड की मिट्टी पर हम गर्व से खड़े हैं. उसकी नींव गुरुजी के संघर्ष, तप और बलिदान से पड़ी थी. उन्होंने न सिर्फ एक राज्य का सपना देखा, बल्कि उसे साकार भी किया. उनके बिना झारखंड की कल्पना अधूरी लगती है. अंत में दो मिनट का मौन धारण कर पवित्र आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई.
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से ट्रस्टी अमरदीप सिंह, प्रधान केपीएस बंसल, महासचिव ताजवीर सिंह कलसी, सत्येंद्र सिंह, परविंदर सिंह ,सुरेंद्र सिंह, सर्बजीत सिंह, गोपाल सिंह, इंद्रपाल सिंह, जेएस ओसियन, सत्येंद्र सिंह पप्पू, हरदीप सिंह, बलविंदर सिंह सोहन, जगजीत सिंह ऋषि आदि उपस्थित हुए.