सुशासन और महिला सशक्तिकरण पर हुई चर्चा, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी हुए शामिल

फ़तेह लाइव,डेस्क  

भारतीय जनता पार्टी जमशेदपुर महानगर द्वारा पुण्यश्लोक लोकमाता रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर उनके जीवन और कार्यों पर आधारित एकदिवसीय संगोष्ठी बुधवार को बिष्टुपुर स्थित माइकल जॉन ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुई। जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा के नेतृत्व में आयोजित संगोष्ठी में झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वहीं, जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, जमशेदपुर पूर्वी विधायक पूर्णिमा साहू, प्रदेश मंत्री नंदजी प्रसाद, पूर्व सांसद आभा महतो समेत पार्टी के कई अन्य वरीय नेतागण मुख्यरूप से मौजूद रहे। वक्ताओं ने अहिल्याबाई होलकर के दूरदर्शी शासन, समाज कल्याण, धार्मिक सहिष्णुता और महिला सशक्तिकरण में उनके उल्लेखनीय योगदान पर प्रकाश डाला। इससे पहले, संगोष्ठी की विधिवत शुरुआत दीप प्रज्वलन कर एवं अहिल्याबाई होल्कर के चित्र पर माल्यार्पण से की गई।

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संगोष्ठी में मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने उनके सुशासन, धर्म और सेवा भावना पर प्रकाश डाला और कहा कि भारत की संस्कृति को आगे बढ़ाने और उसे सुरक्षित रखने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। रानी अहिल्याबाई होल्कर का जीवन सामाजिक न्याय और नारी सशक्तिकरण का आदर्श उदाहरण है। उनके शासनकाल में जनकल्याण के अनेक कार्य हुए। कहा कि महारानी अहिल्याबाई के सुशासन और कर्त्तव्यपरायणता, सांस्कृतिक धरोहर और विरासत को कांग्रेस ने देश से छिपाने का काम किया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेतृत्व के प्रयासों से अब देश इन नायकों को स्मरण कर है। उन्होंने इसे “शक्ति की आराधना” की संज्ञा देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के प्रति आभार जताया। श्री मरांडी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार रानी अहिल्याबाई की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तिकरण के लिए लगातार कार्य कर रही है। रानी अहिल्याबाई होलकर का जीवन और दर्शन आज भी देश के लिए पथप्रदर्शक है।

सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर ने अपने जीवन में जनसेवा को लक्ष्य बनाया, और शासन संभालने के बाद राज्य का सर्वांगीण विकास किया। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी अहिल्याबाई जैसी विभूतियों को सम्मान नहीं दिया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब देश ऐसे महान विभूतियों को स्मरण कर रहा है। वहीं, विधायक पूर्णिमा साहू ने अहिल्याबाई होलकर केवल एक शासिका नहीं थीं, वे धर्म, न्याय, सेवा और स्त्री शक्ति का प्रतीक भी थीं। महारानी अहिल्याबाई होलकर ने काशी, गया, सोमनाथ, द्वारका, रामेश्वरम, बद्रीनाथ, केदारनाथ, अयोध्या, उज्जैन जैसे कई धार्मिक स्थलों पर मंदिरों और धर्मशालाओं का निर्माण कराया। काशी का विश्वनाथ मंदिर दोबारा बनवाया, जिसे मुगलों ने ध्वस्त कर दिया था।

महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह संगोष्ठी रानी अहिल्याबाई के विचारों और कार्यों को जानने और आत्मसात करने का एक दुर्लभ अवसर है। इस दौरान मंच संचालन जिला महामंत्री अनिल मोदी एवं धन्यवाद ज्ञापन जिला उपाध्यक्ष संजीव सिन्हा ने किया। इस दौरान पूर्व जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह, अभय सिंह, गुंजन यादव, मिथिलेश सिंह यादव, राजेश शुक्ल, मनोज सिंह, अनिल सिंह, कल्याणी शरण, जटाशंकर पांडेय, मुरलीधर केडिया, रमेश हांसदा, संजीव सिंह, संजीव सिन्हा, बबुआ सिंह, नीलू मछुआ समेत विभिन्न मंडलों के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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