बैठक जुगसलाई के होटल मेरेडियन में संपन्न हुई
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
प्रांत संगठन मंत्री शिवाजी क्रांति के जमशेदपुर प्रवास के क्रम में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत, पूर्वी सिंहभूम जिला की एक महत्वपूर्ण बैठक शुक्रवार को सम्पन्न हुई। जिसमें जमशेदपुर में निवास करने वाले प्रांत, जिला और स्वर्ण जयंती वर्ष आयोजन समिति के प्रमुख कार्यकर्ता अपेक्षित रहें। बैठक को संबोधित करते हुए प्रांत संगठन मंत्री शिवाजी ने जिला पूर्वी सिंहभूम की इकाई के दो वर्षों के कार्यकाल की सराहना करते हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक, प्रांत बैठक अधिकतम सदस्यता, महिला जागरण के दृष्टि से उल्लेखनीय कार्यों का स्मरण कराया।
संगठन के मूल उद्देश्य पर प्रकाश डाला। अगले क्रम में जिला अध्यक्ष पप्पू सिंह ने जिला की नई कार्यकारिणी बनाने के आग्रह के साथ पूर्व की कार्यकारिणी को भंग किया तत्पश्चात प्रांत सचिव डॉक्टर कल्याणी कबीर ने अपने वक्तव्य के साथ जिला अध्यक्ष के रूप में एक बार पुनः पप्पू सिंह जी की घोषणा की और शुभकामना सहित उनसे अपनी नई कार्यकारिणी का विस्तार करने का आग्रह किया। इसके बाद पप्पू सिंह ने अपनी नई कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए सबसे सक्रिय सहयोग और एक आदर्श कार्य स्थापित करने का आग्रह किया।
नई कार्यकारणी पर एक नजर
उपाध्यक्ष – मनोज लकड़ा
उपाध्यक्षा – कृष्णा सिन्हा
सचिव – शंभु जायसवाल
सह सचिव – ओमकार यादव (रुनु यादव)
पर्यावरण संरक्षण आयाम प्रमुख – आरती श्रीवास्तव
महिला आयाम प्रमुख – डॉक्टर अनीता निधि
जिला प्रचार प्रमुख – अंकेश भुईयाँ
चलाया जायेगा सदस्य्ता अभियान
घोषित सभी कार्यकर्ताओं का पुष्प देकर सम्मान किया गया। आगामी सदस्यता अभियान, महिला सम्मेलन, प्रांत बैठक, स्वर्ण जयंती वर्ष का समापन कार्यक्रम के नाते आपस में विचार किया गया। इस बैठक में अन्य लोगों में मुख्य रूप से प्रांत कोषाध्यक्ष चंद्रनाथ बनर्जी, विधि आयाम प्रमुख अधिवक्ता रवि प्रकाश सिंह, आयोजन समिति की सह सचिव डॉक्टर अनिता शर्मा, सरिता सिंह, मीरा गुप्ता, वेंकट प्रभू, रामजी, आदि उपस्थित रहें।
ग्राहक गीत श्रीमती रूबीलाल, संगठन मंत्र प्रभू जी ने दुहरवाया। समापन वक्तव्य प्रांत सचिव डॉक्टर कल्याणी कबीर ने देते हुए कहा कि हम सब देशहित में ग्राहक जागरण का एक विशेष कार्य में अपनी परिपाटी और अनुशासन में रह कर कर रहें हैं, आवश्यक है अपना हर कार्यकर्त्ता इस विषय में अपनी समझदारी बढ़ाए ताकि ग्राहकों के मार्गदर्शन सही से कर सके। अंत में सर्वे भवन्तु की कामना करने हुए शांति मंत्र के साथ बैठक संपन्न हुई।