फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल द्वारा श्रम नियोजन, कौशल विभाग अंतर्गत केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित एवं संचालित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम, रोजगार कार्यक्रम आदि से संबंधित योजनाओं की समीक्षा की गई। रोजगार से संबंधित समीक्षा के क्रम में विभागीय गतिविधि के अंतर्गत बेरोजगारों के निबंधन, कैरियर काउंसिलिंग आयोजित करने, रोजगार मेला का आयोजन, तथा विभागीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार का निदेश दिया गया।
कैरियर काउंसिंलिग के लिए बड़े आयोजनों के माध्यम से विशेषज्ञों को आमंत्रित कर समय-समय पर निकलने वाले वेकैंसी की तैयारी कराने का निर्देश दिया गया। रोजगार मेला के दौरान आने वाले नियोक्ताओं का निबंधन सरकार के गाइडलाइन के अनुसार स्थानीय लोगों को 75% रोजगार में समायोजित करने और कड़ाई से पालन कराने का निर्देश दिया गया । साथ ही स्थाई कैरियर मार्गदर्शन केन्द्र बनाने, पुस्तकालय को सुदृढ़ करने का भी निर्देश दिया गया।
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त द्वारा कौशल प्रशिक्षण के संदर्भ में जेल, ऑब्जर्वेशन होम में बंद कैदियों को कौशल प्रशिक्षण देते हुए हुनरमंद बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने का निर्देस दिया गया। इसके अलावे शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ाई छोड़ चुके बेरोजगारों को उनके रूचि के अनुरूप विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षित करने की योजना पर कार्य करने का निदेश दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त मनीष कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी पंचानन उरांव समेत विभागीय पदाधिकारी उपस्थित थे।