फतेह लाइव, रिपोर्टर.
केरला पब्लिक स्कूल बर्मामाइन्स में गुरुवार को स्कूल प्रबंधन एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. प्रेस वार्ता में बताया गया कि बच्चे बिना मेहनत किए आठवीं कक्षा तक राइट टू एजुकेशन के तहत प्रमोट होते हैं. इस विषय में रोक लगनी चाहिए और जब बच्चे कक्षा नौवीं में आते हैं तो वह मेहनत नहीं करना चाहते हैं. उन्हें लगता है कि स्कूल तो पास कर ही देगा इसलिए वह फेल होते हैं तब उन्हें आगे प्रमोट नहीं किया जाता है. वहीं प्रबंधन ने बताया कि पैरंट्स के तरफ से जो धरना प्रदर्शन चल रहा है प्रशासन पर प्रेशर डाला जा रहा है कि उनका बिना एग्जाम लिए प्रमोट किया जाए वह सरासर गलत है.
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बिना पास किए प्रमोशन का कोई स्कोप नहीं – अध्यक्ष
अध्यक्ष श्रीकांत नायर ने बताया कि बिना पास किया प्रमोशन का कोई स्कोप नहीं है. बच्चों को मेहनत करना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि बच्चों के मेहनत करने की हैबिट खत्म हो गई है और प्रबंधन की मांग है की राइट टू एजुकेशन एक्ट को बंद किया जाए ताकि बच्चे मेहनत करके पास हो सके. प्रबंधन ने बताया कि बच्चों को एक्स्ट्रा क्लासेस दी जाती है और बच्चे एक्स्ट्रा क्लास में एक या दो प्रेजेंट होते हैं और बच्चों का अटेंडेंस 75% होना अनिवार्य है. बच्चे स्कूल नहीं आते हैं क्लासेस भी नहीं करते हैं. उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि कोई भी तरह की कंप्लेंट स्कूल तक जल्द पहुंचाएं ताकि स्कूल प्रबंधन आपको मदद कर सके न की जब बच्चा फेल किया तब धरना प्रदर्शन करें. आज के प्रेस वार्ता का यही उद्देश्य था कि हेल्प उस हेल्प यू.