फतेह लाइव, रिपोर्टर।
साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (एसजीपीसी) अंतर्गत संचालित अंग्रेजी माध्यम स्कूल के सचिव सरदार मनमोहन सिंह का मंगलवार की शाम आकस्मिक निधन हो जाने से माहौल शोकाकुल हो गया। वह रिफूजी कॉलोनी गुरुद्वारा द्वारा संचालित वेस्ट पंजाब मिडल स्कूल में भी सचिव थे।
64 वर्षीय मनमोहन सिंह को निम्न मधुमेह की शिकायत पर टाटा मुख्य अस्पताल में मंगलवार को भर्ती कराया गया था वहीँ पर उन्होंने अंतिम साँस ली। स्वर्गीय मनमोहन सिंह साकची मॉर्डन इंग्लिश स्कूल के साथ-साथ रिफ्यूजी कॉलोनी विद्यालय के सचिव पद की जिम्मेदारी निभा रहे थे।
साकची गुरुद्वारा के प्रधान सरदार निशान सिंह और सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के प्रधान सरदार भगवान सिंह ने उनके परिवार के प्रति शोक जताते हुए निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है। उनके देहावसान की सूचना मिलने पर साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के सभी सदस्यों ने मनमोहन सिंह के आवास जाकर शोकाकुल परिवार को ढाढ़स बँधाया।
मनमोहन सिंह अपने पीछे पत्नी, पुत्र हरप्रीत सिंह और पुत्री का भरापूरा परिवार छोड़ कर गए हैं। पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार बुधवार को 12:00 बजे स्वर्णरेखा घाट, मानगो में किया जायेगा। मनमोहन सिंह के निधन की सूचना पर देर शाम सिख भाजपा नेता सतबीर सिंह सोमू, साकची के प्रधान निशान सिंह, महासचिव परमजीत सिंह काले, पूर्व प्रधान हरविंदर सिंह मंटू, अजीत सिंह गंभीर, एआईएसएसएफ के पूर्वी भारत प्रधान सतनाम सिंह गंभीर आदि सिख नेताओं ने भी शोक संवेदना प्रकट की है। मनमोहन सिंह गुरु नानक सेवा दल और वीर खालसा दल में भी जुड़े थे। उनका साकची बाजार में पुराना कपड़ों का कारोबार था।