एक स्वर में बोलीं – निशान सिंह बंद करें यह खेला, संगत की बहुत हो चुकी बदनामी 

फतेह लाइव, रिपोर्टर.

साकची गुरुद्वारा के प्रधान पद के लिए होने वाले चुनाव को लेकर इन दिनों भारी गहमा गहमी चल रही है. आये दिन विवादों को लेकर अखबारों और सोशल मीडिया में खबरें आ रही है, जिससे सिख समाज खासकर साकची की सिख संगत शर्मिंदगी महसूस कर रही है. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को साकची की महिलाएं एक मंच पर एकजुट हुई. उन्होंने साकची के कार्यकारी प्रधान निशान सिंह को सारे विवादों का जिम्मेवार बताया. साकची के एक होटल में संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर महिलाओं ने निशान सिंह को चेतावनी लिहाज में कहा कि यह विवाद खत्म कर शांतिपूर्ण चुनाव कराने में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का सहयोग करें. अगर ऐसा नहीं करते हैं तो साकची गुरुद्वारा के सामने और जरूरत पढ़ने पर एसडीओ कार्यालय के बाहर भी धरना देने के लिए बाध्य होंगी.

साकची गुरुद्वारा सिख स्त्री सत्संग सभा की पूर्व प्रधान बीबी गुरमीत कौर ने कहा कि पांच साल हरविंदर सिंह मंटू प्रधान रहें. उसके बाद तीन साल निशान सिंह प्रधान रहें. इन आठ सालों के बाद अभी चुनाव के दौरान हिसाब किताब का प्रॉपगंडा अपना कर पूरी सिख संगत का सर अन्य समाज के सामने झुका कर रख दिया है.

बीबी अमरदीप कौर ने कहा कि आज साकची के चुनाव को लेकर संगत का जो तमाशा बन रहा है. पूर्व के चुनावों में ऐसा कभी नहीं हुआ. जब भी साकची गुरुद्वारा के चुनाव होंगे. निशान सिंह के इस इतिहास को लोग काले अक्षर के रूप में याद करेंगे.

बीबी नरेन्द्रपाल कौर ने कहा कि गत 20 अप्रैल को जब से साकची की कमेटी भंग हुई और रातों रात सतिन्दर सिंह रोमी को चुनाव कनवीनर बनाया गया. तब से लड़ाई झगड़े जारी हैं. रोमी के खिलाफ सामने वाले हरविंदर सिंह मंटू की टीम ने शिकायत भी की, लेकिन निशान सिंह ने उनकी शिकायत पर कोई संज्ञान नहीं लिया, केवल आश्वासन दिया.

बीबी लक्खी कौर ने कहा कि अगर हरविंदर सिंह मंटू की शिकायत पर इनके भी दो प्रतिनिधियों को रख लिया जाता, तो आज इतना विवाद नहीं बढ़ता. गत 29 अप्रैल को भी गुरुद्वारा परिसर में मारपीट की घटना हुई. दो दिन पहले भी गुरुद्वारा में शाम को काफी हंगामा हुआ. गुरुद्वारा परिसर में पुलिस को आना पड़ा. यह सब आजतक नहीं हुआ था.

बीबी प्रभजीत कौर और दर्शन कौर ने भी एक स्वर में निशान सिंह को इन सारी घटनाक्रम का मास्टर माइंड बताया. उन्होंने कहा कि उनकी गुंडागर्दी की शिकायत जब एसडीओ से की गई, तो वहां से सीजीपीसी को चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी गई. उस पर भी निशान सिंह सिरमौर संस्था सीजीपीसी का अपमान कर रहे हैं. शांतिपूर्ण चुनाव कराने में निशान सिंह सहयोग करें अन्यथा साकची गुरुद्वारा के बाहर हम सभी धरने में बैठने को बाध्य होंगे.

इस प्रेस वार्ता में दर्शन कौर, सुरेंद्र कौर, नरेंद्र कौर, मंजीत कौर, चरणजीत कौर, गुरप्रीत कौर,  अमरदीप कौर, सीता कौर,हरप्रीत कौर, कमलजीत कौर, सरबजीत कौर आदि दर्जनों महिलाएं उपस्थित थीं.

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