फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में एक समाज के प्रमुख लोग इन दिनों लोगों की किरकिरी बने हुए हैं. गत लोस चुनाव से ही उनकी भद्द पीटने में विरोधी कोई कसर नहीं छोड़ते. फिर चाहे मौका किसी भी तरह का हो. इधर, एक मामला समाज के लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसकी बातें करके लोग खूब मजे ले रहे हैं. दरअसल, 24 घंटे पूर्व एक प्रबुद्ध सज्जन की माता जी की सलाना याद में गोलमुरी इलाके में धार्मिक कार्यक्रम रखा गया था. उसमें उक्त सज्जन के रिश्तेदारों के अलावा समाज के नेता शामिल हुए. जहां एक वाक्या घटा, जो चर्चा का विषय बना हुआ है.
यहां एक पूर्व मुखिया की केहुनी समाज के राज्य के तथाकथित स्वयंभू मुखिया को लगी. अब यह केहुनी का लगना कोई घटना थी या जानबूझकर मारी गई थी. यह तो बाद की बात है, लेकिन पूर्व मुखिया की केहुनी लगने के बाद उस कार्यक्रम में शामिल इक्का दुक्का चम्मच भी आवाज करने लग गए. विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार और चर्चा के मुताबिक एक कोल्हान के नेता ने भी अपनी उठाई हुई प्लेट को वापस रख दिया और सभी ने रेस होने में ही अपनी भलाई समझी. अब चर्चा हो रही है कि केहुनीकी मार से वह नेता चोटिल तो नहीं हुआ? ऐसी बातें करके लोग खूब चुटकारे ले रहे हैं. खैर आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में विरोधी गुट की संख्या बहुत ज्यादा थी, जबकि सत्तापक्ष के नेता चार थे.
नेताओं की पीट रही भद्द, 95 में छेड़खानी के मामले में फंसे व्यक्ति को क्यों ढो रहे हैं सज्जन?
दरअसल, इन नेताओं की इन दिनों समाज में खूब भद्द पीट रही है. यह नेता अपने प्रतिद्वन्दवी का विरोध करने में कहीं भी सफल नहीं हो पा रहे हैं. पिछले दिनों एक धार्मिक कार्यक्रम में अपने प्रतिद्वन्दवी को देखकर विरोध कर दिया था. तब पूर्व मुखिया के पोल खोल शोर मचाने की धमकी पर भी सभी रेस हो गए थे. अब वही पूर्व मुखिया जुगसलाई, साकची और गोलमुरी में आते हैं तो विरोध करने वालों के मुंह बंद हैं, जिसे लेकर चर्चा है कि उसके सामने बोलने की हिम्मत नहीं है और सच भी यही है.
वहीं नेता के साथ घूम रहे एक व्यक्ति की भी भूरि भूरि प्रशंसा 1995 के एक छेड़खानी के केस को लेकर हो रही है, जिसमें वह भी लाल घर की हवा खा चूका है, जिसकी विस्तार से खबर आपको बहुत जल्द *फतेह लाइव* में पढ़ने को मिलेगी, जिसका बात बात पर मारपीट पर उतारू होना आदत सी बन गई है. *अगले लेख में हम फिर एक चटकदार खबर आपके सामने लेकर आएंगे.*