फतेह लाइव, रिपोर्टर.
भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष, प्रखर राष्ट्रवादी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के 71वीं पुण्यतिथि पर महानगर भाजपा के सिख नेता मंजीत सिंह गिल ने उन्हें विशेष रूप से श्रद्धांजलि अर्पित की. साकची स्थित जिला भाजपा कार्यालय में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया. डॉ मुखर्जी के बलिदान को स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की एवं उनके बताए मार्गों पर चलने का संकल्प लिया.
मंजीत ने ‘डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी अमर रहे’, ‘जहां हुए बलिदान मुखर्जी वो कश्मीर हमारा है’ एवं ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाकर अपनी भावनाएं व्यक्त की. जिला मंत्री मंजीत सिंह गिल ने कहा कि आज हम ऐसे महापुरुष का बलिदान दिवस मना रहे हैं, जिन्होंने एक देश में दो विधान, दो निशान, दो प्रधान नहीं चलेंगे का नारा देकर जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए अनुच्छेद 370 और 35ए को समाप्त करने की प्रेरणा का बीजारोपण किया था.
जम्मू-कश्मीर को एक करने के लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने सात दशक पहले जो सपना देखा था, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक राष्ट्र -एक संविधान बनाकर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भाजपा-एनडीए की सरकार डॉ. मुखर्जी की सोच के अनुरूप कार्य कर रही है. मंजीत सिंह गिल ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सच्चे मायनों में मानवता के उपासक और सिद्धान्तवादी थे.
उन्होंने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जीवन यात्रा का परिचय देते हुए कहा कि उनमें देश की समस्याओं से जूझने की असीम इच्छाशक्ति थी. डॉ. मुखर्जी कभी किसी पद के मोहताज नहीं रहे, बल्कि देश सेवा ही उनका परम लक्ष्य था. हम सभी को उनके जीवन आदर्शों एवं कार्यों से प्रेरणा लेनी चाहिए और यह संकल्प लेना चाहिए कि स्वहित से बड़ा देश हित होता है. कश्मीर समस्या को लेकर बड़े संघर्ष की शुरुआत डॉ मुखर्जी ने ही की थी. मंजीत ने कहा कि उनके बताए रास्ते पर चलकर माँ भारती को परम् वैभव तक ले जाने को हम सभी कृतसंकल्पित है.