फतेह लाइव, रिपोर्टर.

   

सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व महासचिव सरदार जसवंत सिंह भोमा ने सरदार शैलेन्द्र सिंह पर दोहरी नीति चलकर समाज में फूट डालने का आरोप लगाया है. उन्हें झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का स्वयंभू प्रधान की भी संज्ञा दी है. भोमा ने शैलेन्द्र सिंह पर भड़ास निकालते हुए कहा कि कंगना रनौत की विवादित फ़िल्म इमरजेंसी को झारखंड राज्य में प्रदर्शन पर रोक लगाने के लिए सीजीपीसी जमशेदपुर के द्वारा शुक्रवार को उपायुक्त जमशेदपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री झारखंड को ज्ञापन देना और प्रधान साहब का बयान देना तो उचित लगता है.

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परन्तु सरदार शैलेन्द्र सिंह का सीधे तौर पर बीजेपी पर इल्जाम लगाना समझ से परे है. उन्होंने कहा कि एक तरफ भाजपा नेताओं को सीजीपीसी कार्यलय में बुलाकर सम्मान करते हैं तो दूसरी तरफ उन पर इल्जाम लगाते हैं. आखिर कब तक यह दोहरी नीति खेलकर जमशेदपुर के सिखों को गुमराह करते रहेंगे। भोमा ने कहा कि लगभग सभी गुरुद्वारों में दो गुट बनाकर फूट डालकर रखी गई है. पिछले दिनों बारीडीह गुरुद्वारा में जो हुआ वह सब भी शैलेन्द्र की दोहरी राजनीति का खेल था. भोमा ने कहा कि जिस प्रदेश कमेटी खुद को स्वयंभू प्रधान बताते हैं. उसका दफ्तर कहां है. उसकी मीटिंग कब-कब और कहां की गई, इन सब बातों का संगत को जवाब देना होगा.

 

 

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