फतेह लाइव, रिपोर्टर.

कौमी सिख मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तथाकथित प्रधान सरदार भगवान सिंह पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने शहर के सिख इतिहास एवं गुरु मर्यादा को कलंकित किया है. वे अपने आप को बहुत धार्मिक कहते हैं, लेकिन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी एवं गुरु महाराज के पथ परंपरा के प्रति उनका कितना सम्मान है, साकची में तब दिख गया.

जब पिछले 70 सालों से झारखंड बिहार बंगाल उड़ीसा के सिखों को खालसा स्वरूप प्रदान करने वाली धर्म प्रचार अकाली दल के पांच प्यारों को दफ्तर से जबरन बाहर करवाया गया. रहिरास जी का पाठ हो रहा था, उसकी मर्यादा का भान नहीं किया. एसडीओ का आदेश और थाना प्रभारी को लेकर वह ऐसे दर्शा रहे थे जैसे वे पूरे कोल्हान के राजा हैं और सामने वाली प्रजा है, सभी को उनका आदेश मानना ही होगा.

एसडीओ ने केस बंद कर यह साबित कर दिया है कि उन्हें भ्रमित करने की कोशिश की गई थी. अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने एसडीओ शताब्दी मजूमदार के प्रति आभार जताया है कि उन्होंने तथ्य से अवगत होते ही सुनवाई पूरी कर केस बंद कर दिया. कुलविंदर सिंह इसके साथ ही कहा कि भगवान सिंह ने सत्ता का दुरुपयोग करना चाहा वह असफल हो गया. भगवान सिंह में जरा भी शर्म एवं गैरत होगी तो चुपचाप इस्तीफा देकर अपने घर चले जाएंगे लेकिन उन्होंने तो अभी पटना का सपना देख रखा है.

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