फतेह लाइव, रिपोर्टर।
निर्दलीय विधायक सरयू राय द्वारा जिला उपायुक्त से सिदगोड़ा सूर्य मंदिर के चारों ओर बाउंड्रीवाल निर्माण व अन्य कार्य करने संबंधी मांग किये जाने को लेकर सूर्य मंदिर समिति ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने इस आशय में प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर विधायक सरयू राय द्वारा धार्मिक स्थलों में अनावश्यक हस्तक्षेप करने और विवाद पैदा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विगत चार वर्षों में विधायक सरयू राय की राजनीति सिदगोड़ा सूर्य मंदिर से आगे नही बढ़ सकी। चुनाव के दौरान बड़ी-बड़ी बात करने वाले और जनता को झूठे सब्जबाग दिखाने वाले सरयू राय अब तक अपनी प्राथमिकता स्पष्ट नही कर पाए हैं। कहा कि सूर्य मंदिर समिति द्वारा आयोजित होने वाला छठ महोत्सव जमशेदपुर के साथ-साथ पूरे झारखंड में अपनी अलग पहचान रखती है। इसकी तैयारी में मंदिर समिति के तमाम पदाधिकारी एवं सदस्यगण महीनों पहले से जुट जाते हैं। परंतु लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा से पूर्व विधायक सरयू राय द्वारा प्रत्येक वर्ष अनावश्यक रूप से विवाद पैदा करने की कोशिश और विघ्न डालने का कुत्सित प्रयास किया जाता है। अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वर्ष 2003 में सूर्य मंदिर बनने के बाद क्षेत्र की जनता की मांग पर छठ घाट का निर्माण किया गया। तब से, प्रत्येक वर्ष महापर्व छठ पूजा में हजारों व्रतधारी माताएं-बहनें भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करते हैं। इसके साथ ही, शंख मैदान में छठ महोत्सव पर सांस्कृतिक आयोजन के साथ आध्यात्मिक आयोजन भी निरंतर होता है। ऐसे में मंदिर समिति एवं धर्मप्रेमी जनता छठ घाट में स्विमिंग पूल और शंख मैदान में बास्केटबॉल कोर्ट जैसे निर्माण कार्य को किसी कीमत पर बर्दाश्त नही करेगी। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के विरोध में गत दिनांक 4 सितंबर, 23 को भी जमशेदपुर की धर्मप्रेमी जनता ने जिला उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर अपनी भावनाओं से अवगत कराया था। उन्होंने जिला प्रशासन से सूर्य मंदिर परिसर में विकास योजनाओं के नाम पर किसी भी प्रकार के छेड़छाड़ की अनुमति ना देने की मांग की है।
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष भी निर्दलीय विधायक सरयू राय के द्वारा साजिश कर छठ महोत्सव के तहत सांस्कृतिक स्थल के लिए चयनित जगह पर विवाद पैदा कर छठ महोत्सव में विघ्न डालने का प्रयास किया गया। उस समय सूर्य मंदिर समिति के सदस्यों की सूझबूझ और जिला प्रशासन के सहयोग से छठ महोत्सव सम्पन्न हो पाया। परंतु फिर एक बार निर्दलीय विधायक द्वारा महापर्व छठ पूजा से पहले किसी ना किसी रूप में विवाद खड़ा करने की कोशिश की जा रही है। सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सरयू राय चुनाव जीतने से लेकर बीते चार सालों में जनहित के मुद्दों पर कभी सक्रिय नही दिखे हैं। हाल के दिनों में जब पूरे विधानसभा क्षेत्र की जनता क्षेत्र में फैली गंदगी, ध्वस्त कानून व्यवस्था, ठप्प विकास कार्य, जाम नालियों और डेंगू जैसे जानलेवा बीमारियों से भयाक्रांत है तो ऐसे समय में भी वे जनसरोकार की बात ना कर सिर्फ सुर्खियों में बने रहने की पुरानी आदत से मजबूर हैं। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सूर्य मंदिर समिति एक रजिस्टर्ड संस्था है। जहां प्रत्येक वर्ष इसका सम्पूर्ण ऑडिट कर आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया जाता है। उन्होंने कहा कि निर्दलीय विधायक सरयू राय की मंशा कभी विकास करने की नही रही है, उनका एक ही मकसद है कि किस प्रकार से सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक केंद्र सूर्य मंदिर की सुंदरता को नष्ट करें। विगत चार वर्षों में उनकी रुचि विकास कार्य करने से अधिक विवाद पैदा करने में रही है। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि विधायक सरयू राय सूर्य मंदिर समिति पर दुर्भावना से प्रेरित होकर आये दिन आरोप लगाते रहते हैं, जिनमें सूर्य मंदिर समिति का कोई लेना-देना नही होता है। हम ‘साँच को आँच क्या’ के मंत्र पर चलने वाले लोग हैं, निर्दलीय विधायक को जिस प्रकार की जांच करवानी है वो कराने को वे स्वतंत्र हैं। सूर्य मंदिर समिति ऐसे किसी विवाद में ना पड़कर सिर्फ संस्कृति संरक्षण और विश्व कल्याण के मार्ग पर हमेशा की तरह आगे बढ़ती रहेगी।
वहीं, सूर्य मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी प्रेम झा ने भी सिदगोड़ा सूर्य मंदिर परिसर में विधायक सरयू राय द्वारा बार-बार अनावश्यक विवाद करने जैसे कार्य को उनकी सनातन विरोधी मानसिकता का परिचायक बताया है। प्रेम झा ने कहा कि चार साल बीत जाने के बाद भी विधायक सरयू राय ने क्षेत्र की जनता के लिए कोई अविस्मरणीय कार्य नही किया है, जिसके जरिये वो अपनी उपलब्धि बता सकें। उन्होंने कहा कि निर्दलीय विधायक सरयू राय सिर्फ अखबारों में और लोगों की नजरों में बने रहने के लिए प्रतिदिन कोई ना कोई मुद्दा लेकर सुर्खियों में बना रहना चाहते हैं। चार साल में विकास कार्य और जनता से जुड़े मुद्दों पर उनकी कोई दिलचस्पी नही रही। कहा कि साकची श्री हनुमान मंदिर, बर्मामाइंस देवस्थान के शिव मंदिर, बिरसनागर, बर्मामाइंस ईस्ट प्लांट बस्ती समेत आसपास के कई मंदिरों में विधायक सरयू राय के द्वारा अनावश्यक रूप से हस्तक्षेप कर मामले को उलझाकर और लटकाकर रख दिया गया है। उन्होंने कहा कि सूर्य मंदिर परिसर में विकास कार्यों के नाम पर निर्दलीय विधायक सिर्फ विवाद पैदा करने का काम कर रहे हैं, बने-बनाये सुदंर स्थानों को बर्बाद करना ही अब उनकी प्राथमिकता हो गयी है।