सिख कत्लेआम ना कभी भूलने लायक ना कभी माफ करने लायक : सतनाम
फतेह लाइव, रिपोर्टर।
ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के बैनर तले एवं सोनारी गुरुद्वारा कमेटी के सहयोग से बुधवार को सोनारी गुरुद्वारा साहिब में आयोजित कीर्तन दरबार में वर्ष 1984 में हुए सिखों के सामूहिक नरसंहार में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद नरसंहार के पीड़ित परिवार के सदस्यों को सरोपा भेंट कर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में फेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नरसंहार के पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की मांग की।
याद रहे वर्ष 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश भर में सिखों का सामूहिक कत्लेआम हुआ था। इस घटना को सिख समाज आज तक नहीं भूला है। इसी क्रम में सिख कत्लेआम के दोषियों के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रही संस्था ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन ने उक्त घटना की 39 वी वर्षगांठ के मौके पर सोनारी गुरुद्वारा साहिब में 1984 के शहीदों को समर्पित कीर्तन दरबार आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान 1984 में शहीद हुए रतन सिंह की दो पुत्रियों जसपाल कौर बलविंदर कौर शहीद हुए उत्तम सिंह के पोते बलबीर सिंह एव उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर को सरोपा देकर सम्मानित भी किया गया।
इसके बाद अपने संबोधन में फेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने कहा कि ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन हर साल पूरी दुनियां में सिख कौम के साथ हुई बेइंसाफी की आवाज़ बुलंद करने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करता है। गंभीर ने कहा कि 1984 सिख कत्लेआम ना कभी भुला जा सकता है ना कभी माफ़ किया सकता है । सोनारी
गुरुद्वारा साहिब के अध्यक्ष तारा सिंह ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ रही सरकारों का रवैया हमें अपने ही देश में बेगानगी का अहसास कराता है।
मानगो गुरुद्वारा कमेटी के पूर्व अध्यक्ष इंदर सिंह इंदर सिख समाज आंदोलन समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह भाटिया ने कहा कि भाजपा अब तक कांग्रेस पर आरोप लगाती है कि काँग्रेस ने सिखों के साथ इंसाफ नहीं किया। लेकिन अब तो केंद्र में भाजपा की सरकार है। उसे चाहिए कि वह सिखों को इंसाफ दे।धन्यवाद ज्ञापन तारा सिंह ने किया इस कार्यक्रम में कदमा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष पूर्व सूखविंदर सिंह हरेंदर सिंह बेदी हरजीत सिंह विरदी इंदरजीत सिंह पनेसर मोहिंदेरपाल सिंह अमरजीत सिंह इंदरपाल सिंह भाटिया मोहिन्दर सिंह भुई अवतार सिंह सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।