तीन साल का होगा कार्यकाल, गुरु घर की सेवा में सभी को साथ लेकर चलने की घोषणा की
सुनीता कौर ने समर्थन में लिया नाम वापस, प्रधान ने निकाला ये नियम, क्या है A-B का पेंच, कौन गुट होगा हावी?
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहेब में सिख स्त्री सत्संग सभा की दो गुटों के झगड़े में प्रधान पद के लिए हुई चुनावी सभा में मंगलवार को बीबी चरणजीत कौर को नया प्रधान बनाया गया. उनका कार्यकाल 2025 से 2028 तक तीन साल का होगा. प्रधान चुने जाने के बाद नई प्रधान का मौजूद संगत ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया. हालांकि गुरुद्वारा प्रधान ने इसका खंडन किया है. उन्होंने कहा है कि जो भी चुनावी प्रक्रिया होगी वह गुरुद्वारा कमेटी कराएगी. नौजवान सभा और अन्य सभा की खबर मुझसे पूछे बगैर मत छापिये, क्यूंकि मैं प्रधान हूं.
प्रधान का यह इतिहास पलटने वाला बयान है. अगर अपने गुरूद्वारे में प्रधान ऐसा कर लेते हैं तो यह एक मिसाल होगी. खैर यह मामला पूरी तरह से सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा से जुड़ा हुआ है. जहां पिछले दिनों हुए एक समागम से एक सिख नेता नदारद थे. सूत्रों के अनुसार सभा की एक पूर्व प्रधान ने भी वहां अपना सम्मान नहीं लिया था. स्थानीय संगत जिन्होंने बीबी चरणजीत कौर के प्रधान बनने की खुशी जाहिर की है और प्रधान सतबीर सिंह के साथ बैठी तस्वीर भेजी है. वह साफ संकेत दे रही है कि दाल में कुछ काला है?

इससे पहले पूर्व प्रधान सतनाम कौर की अध्यक्षता में सभा की बैठक हुई. उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा होने की जानकारी दी और इस दौरान संगत से मिले समर्थन को लेकर उन्होंने धन्यवाद किया. इसके बाद चुनावी प्रक्रिया शुरू की गई. प्रधान पद के लिए चरणजीत कौर और सुनीता कौर के नाम सामने आये. जिसके बाद सर्वसम्मति से सुनीता कौर ने अपना नाम वापस ले लिया. इससे चरणजीत कौर को प्रधान घोषित कर दिया गया. नई प्रधान चरणजीत कौर ने सभी को साथ लेकर गुरु घर की सेवा में योगदान देने की घोषणा की.

इस चुनावी प्रक्रिया में परमजीत कौर, संदीप कौर, सतबीर कौर, निर्मल कौर, जसबीर कौर, निंदर कौर, आशा कौर, कुलवंत कौर, बलविंदर कौर, रविंदर कौर, भूपेंद्र कौर, गुरमीत कौर, पोली कौर, सोनी कौर, रिम्पी कौर, बलजीत कौर, निलम कौर, रितु कौर, हरजीत कौर, दिपी कौर, नीतू कौर, कुलवंत कौर कंती, अमरजीत कौर, चरनप्रीत कौर, राजप्रीत कौर समेत कई स्थानीय बीबियां उपस्थित रही.
खैर आपको बता दें कि प्रधान सतबीर सिंह यहां जब से प्रधान बने हैं बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं. प्रभातफेरी भी एकजुट कर निकाल चुके हैं. वह गुटबाजी ख़त्म करना चाहते हैं. इसलिए उन्होंने इतिहास में पहली बार स्त्री सत्संग सभा का चुनाव कराने की नई जिम्मेदारी ठानी है. प्रधान सतबीर सिंह ने बीबीयों के चुनाव को लेकर एक घोषणा प्रकाशित की है.
बहरहाल, बीबी चरणजीत कौर के प्रधान की घोषणा होने के बाद यहां बहुत कुछ साफ हो रहा है. अब देखना यह है कि प्रधान सतबीर सिंह की वहां चलती है या बीबीयों की? स्थानीय संगत जिन्होंने बीबी चरणजीत कौर के प्रधान बनने की जानकारी सार्वजनिक की, वह जीतते हैं या प्रधान? खैर, आपको यह भी जानना जरुरी है कि यहां सतनाम कौर गुट से चरणजीत कौर आती हैं.
नगर कीर्तन में A-B करके टुईलाडुंगरी से सभा के जत्थे निकलते हैं. चरणजीत कौर के प्रधान बनने की घोषणा के बाद प्रधान सतबीर सिंह ने बताया कि दलबीर कौर का अब तक नाम आया है. दोनों गुटों को समाप्त करने के लिए यहां चुनावी प्रक्रिया अपनाई गई है. बैलेट पेपर से अब तक किसी भी सभा का चुनाव नहीं हुआ है. इस बार भी वैसा नहीं होगा और कुछ नई प्रणाली कायम की जाएगी, जो जमशेदपुर की सिख संगत के लिए अच्छे संकेत होंगे.



