फतेह लाइव, रिपोर्टर।
सीजीपीसी चुनाव संपन्न होने के नौ माह बाद भी जमशेदपुर के सिख समाज में गुटबाजी बनी हुई है. किसी की ओर से भले ही लाख दावे किये जाये कि अब सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है, लेकिन यह कतई सच नहीं है. शुक्रवार को भी यह गुटबाजी तब देखी गई जब झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग की नई टीम के कार्यभार समारोह में जमशेदपुर से सिख नेताओं के दो गुट नए अध्यक्ष हिदायत खान एवं अन्य पदाधिकारी व मंत्रियों का स्वगात करने रांची गए. एक ओर जहां झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह एवं अन्य ने हिदायतुल्ला खान, उपाध्यक्ष शमशेर आलम, ज्योति सिंह मथारू एवं अन्य सभी सदस्यों के साथ-साथ अल्पसंख्यक मंत्री हफीजुल हसन अंसारी, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर आदि को शॉल एवं गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया. जहां हिदायत खान द्वारा शैलेंद्र सिंह, भगवान सिंह को भी गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया गया. इनके साथ झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बिल्ला, सलाहकार परविंदर सिंह सोहल, हरजिंदर सिंह, लखविंदर सिंह, रणजीत सिंह माथारू, सुरेंद्र सिंह शिंदे, परमजीत सिंह रोशन, दर्शन सिंह, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, सुखदेव सिंह बिट्टू, जसपाल सिंह, हरविंदर सिंह गोलू एवं कई अन्य लोग शामिल थे.
वहीं दूसरी ओर सिख नेताओं के दूसरे गुट की कमान संभालते हुए सोनारी गुरुद्वारा के प्रधान सरदार तारा सिंह के नेतृत्व में हिदायत खान समेत सभी पदाधिकारियों व दोनों मंत्रियों का स्वागत गर्मजोशी से किया. इस दौरान टिनप्लेट गुरुद्वारा के भूतपूर्व प्रधान सरदार तरसेम सिंह, कांग्रेस नेता गुरदीप सिंह काके, जेम्को के प्रधान जगजीत सिंह जग्गा, हरदेव सिंह, अमरजीत सिंह अम्बे, गुरप्रीत सिंह, शमशेर सिंह, सुखविंदर सिंह, धरमपाल सिंह, अवतार सिंह भाटिया, श्याम सिंह भाटिया, चरणजीत सिंह, बलजीत सिंह तथा अन्य गुरुद्वारों के कई पदाधिकारी मौजूद रहे. इन सबों को भी वहां सम्मानित किया गया. तारा सिंह ने कहा कि हमें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है वर्षों पुरानी अल्पसंख्यकों की माँगो को हल करने का प्रयास एक अच्छी टीम गठित कर सुलझा पायेंगे.
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय तथा झारखंड के कांग्रेस तथा जे एम एम के कई शीर्ष नेतागण मौजूद थे.