जमशेदपुर।
माता वैष्णो के दर्शन करने के लिए मानगो गुरुद्वारा रोड की रहने वाली जमुना देवी अपनी जादूगोड़ा की रहने वाली जुड़वा बहन गंगा देवी एवं रांची में विवाहित बेटी, दामाद और समधन के साथ चार दिन पहले ट्रेन से जम्मू रवाना हुए थे. लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था. कटरा पहुंचने के बाद सभी पांच लोग पैदल माता के मंदिर के लिए प्रस्थान किए. वैष्णो माता के मंदिर के दो किलोमीटर पूर्व अचानक जादूगोड़ा की रहने वाली गंगा देवी के माथे में चक्कर आया और वह बीच रास्ते में ही गिर गई. गिरने के बाद बेहोश हो गई. रास्ते के रेस्क्यू टीम ने उन्हें प्राथमिक उपचार किया, लेकिन मौके पर ही पचास वर्षीय गंगा देवी का निधन हो गया. यात्रा में चार महिलाएं और एक पुरुष थे. उनके निधन के बाद सभी लोग मातम में डूब गए. लोगों को समझ में नहीं आ रहा था क्या करना है क्या नहीं करना है.
उसके बाद रेस्क्यू टीम उन लोगों को माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कार्यालय में लेकर गए. श्राइन बोर्ड के लोगों ने शव को अपने कब्जे में लेकर कटरा भेजा और उसके बाद श्राइन बोर्ड के द्वारा शव को एयर फ्लाइट से रांची भेजने की तैयारी कर ली गई है. शुक्रवार को 11:00 बजे दिल्ली से एयर फ्लाइट से गंगा देवी का पार्थिव शरीर रांची लाया जाएगा. इधर, भाजपा नेता विकास सिंह शोकाकुल परिवार के घर जाकर परिजनों से मिलकर शोक प्रकट करते हुए हर विकट परिस्थिति में साथ रहने की बात कही. गंगा देवी की तीन पुत्री है. तीनों का विवाह हो चुका है. गंगा देवी के पति जादूगोड़ा यूरेनियम माइन्स में कार्यरत हैं. गंगा देवी का मायके मानगो गुरुद्वारा रोड में है.