जमशेदपुर।
भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पिछले दिनों देवघर प्रवास पर थी. जहां उन्होंने एक बड़ी सभा को संबोधित किया. अब उनके देवघर प्रवास पर झामुमो के केंद्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य द्वारा वसुंधरा राजे सिंधिया पर बयानबाजी को लेकर भाजपा ने झामुमो पर करारा हमला बोला है. भाजपा झारखंड प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने झामुमो नेता के बयान को मानसिक दिवालियापन और मुद्दाविहीन बताया. बुधवार को जारी प्रेस बयान में प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि आज देश में झारखंड का परिचय बदल चुका है. पिछले साढ़े 3 सालों में लूट, झूठ और भ्रष्टाचार की जो उल्लेखनीय पटकथा झामुमो-कांग्रेस सरकार ने लिखी है. उसका बखान करने में दिन कम पड़ जाएंगे. ऊपर से लेकर नीचे तक जड़ जमा चुकी भ्रष्टाचार की इतनी घटनाएं इससे पहले कभी झारखंड में देखने को नहीं मिली और ना ही कभी इतने बड़े पैमाने पर लोग पकड़े गए. आज जिस तरह से वरीय आईएएस अधिकारी से लेकर जमीन के दलाल, ट्रांसफर पोस्टिंग के दलाल, अवैध खनन करने वाले दलाल की लगातार गिरफ्तारी हो रही है, उससे तो यही प्रतीत हो रहा है कि भ्रष्टाचारियों के लिए जेल में जगह भी कम पड़ जाएगी.
कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि झामुमो नेता कहते हैं संथाल परगना की धरती, फूलों-झानो की धरती है, लेकिन फूलो-झानो, सिदो-कान्हू के धरती के गौरव को धूमिल करने का कार्य झामुमो ने किया है. संथाल परगना की धरती पर महिला अत्याचार की वीभत्स घटनाएं लगातार सामने आई हैं. सिदो-कान्हू के छठे वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या की घटना हो या फिर बहन-बेटियों के साथ बलात्कार- हत्या की घटना अथवा जांबाज पुलिस अधीकारी रूपा तिर्की की हत्या का मामला हो. इन सभी घटनाओं ने संथाल परगना की गौरव को ठेस पहुंचाया है. परंतु झामुमो के नेता को यह सब नहीं दिखाई दे रहा है. इन सब मामलों पर झामुमो नेता धृतराष्ट्र बन गए हैं.
कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि संथाल परगना के गौरव को भाजपा की डबल इंजन सरकार ने देश-दुनिया में बढ़ाने का कार्य किया. देवघर में एम्स, एयरपोर्ट निर्माण हो या साहेबगंज में रिवर पोर्ट का निर्माण, भाजपा ने संथाल में विकास की लंबी लकीर खींची है जिसे मनगढ़ंत बयानबाजी से झुठलाया नही जा सकता है. आज नकारात्मक राजनीति करने वालों को सांप सूंघ गया है.
कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इर्द गिर्द रहने वालों ने झारखंड का क्या हाल कर दिया है. ये बात किसी से छिपी नही हैं. अमित अग्रवाल कौन हैं, झामुमो को यह स्पष्ट करना चाहिए, जबकि राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा है कि वे पारिवारिक मित्र हैं. कुणाल षाड़ंगी ने रांची में प्लस हॉस्पिटल, सेना की जमीन और कई अन्य मामलों में सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन सभी बड़े मामलों के तार को जोड़कर देखें तो भ्रष्टाचार की एक बहुत बड़ी तस्वीर सामने आने वाली है. कहा कि जनता समझ चुकी है कि वास्तविक जेपीएल कहाँ हो रही है. मनगढ़ंत और बेबुनियाद आरोप लगाकर झामुमो के नेता झारखंड की जनता का ध्यान भटकाने का असफल प्रयास कर रहे हैं. आने वाले दिनों में सत्ता के नशे में मदमस्त झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार को जनता माकूल जवाब देगी.