फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देशानुसार टाटा स्टील मेन गेट, साकची के पास केमिकल डिजास्टर/ गैस लिकेज से बचाव हेतु मॉक ड्रिल किया गया. मौके पर जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम धालभूम शताब्दी मजूमदार, सिटी एसपी कुमार शिवाशीष, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे.
एनडीआरएफ, जिला प्रशासन एवं टाटा स्टील द्वारा संयुक्त रूप से किए गए इस मॉक ड्रिल में आपातकालीन स्थिति को नियंत्रित करने के तरीके, क्या करें, क्या न करें, पीड़ितों को प्राथमिक उपचार प्रदान करना, ससमय अस्पताल पहुंचना आदि ड्रिल किया गया. एसडीएम धालभूम ने कहा कि मॉक ड्रिल से आपातकालीन स्थिति में कई लोगों की जान, संपत्ति और आसपास की सुरक्षा होगी. अभ्यास से ऐसी घटनाओं का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं. अभ्यास से मैन पावर, रिसोर्स में कितना गैप है इसका पता चलता है.
एनडीआरफ के पदाधिकारी ने केमिकल डिज़ास्टर और उसके फ्रेमवर्क तथा मॉक ड्रिल पर बताते हुए कहा कि यह भारत की एक विशेष टीम है जो आपदाओं से निपटने और उनके बाद के कामों को मैनेज करने के लिए काम करती है. यह प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के लिए त्वरित, पर्याप्त, और प्रभावी प्रतिक्रिया देने में माहिर है. जिला स्तरीय मॉक ड्रिल में सिखाया जाता है कि कैसे स्वयं को और अपने आस-पास के लोगों को बचाया जाए. केमिकल डिज़ास्टर और गैस लिकेज पर प्रभावी कार्रवाई तथा लोगों में जागरूकता लाने के लिए मॉक ड्रिल किया गया.