फतेह लाइव, रिपोर्टर.

सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता हरप्रीत सिंह होरा ने कहा कि जमशेदपुर और
बोकारो के सतनाम सिंह गंभीर और जसमीत सिंह सोढ़ी ने 40 साल बाद भी इस लड़ाई को जारी रखा है. इस मामले में ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर जो कि हाई कोर्ट के याचिकाकर्ता हैं, उनके ट्रायल के बाद यहां 1 जजों का कमीशन बनाया गया था. अब उन्होंने 52 अन्य परिवारों की सूची सतनाम सिंह गंभीर को दी है ताकि उन्हें भी मामले में न्याय दिया जा सके! मैं यहां यह इसलिए लिख रहा हूं क्योंकि झारखंड जैसे क्षेत्र में, जहां नरसंहार हुआ है, वहां के सिख अल्पसंख्यक और ये सभी सिख, उनकी टीम ने इस युद्ध को जीवित रखने में बहुत बड़ा योगदान दिया है।

दिल्ली और अमृतसर में बैठे सभी नेताओं, मीडिया के मित्रों से अपील है कि जहां भी सरकार की बात हो, ऐसे नायकों की मदद करें, उनका समर्थन करें जो बिना पैसे, बिना किसी राजनीतिक समर्थन और बिना कुर्सी पद के इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं। ..वाहेगुरु भला करें।

अधिवक्ता हरप्रीत सिंह होरा ने कहा कि मीडिया, सोशल मीडिया, राजनीति और अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले नायकों को आगे आना होगा और सरकारों का ध्यान अपने प्रयासों की ओर दिलाना होगा।

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